Last Updated: Wednesday, November 27, 2013, 18:16

नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए विधेयक लाए जाने के बाद अधिकारी महिलाओं को निजी सहायक नियुक्त करने से ‘भयभीत’ हैं।
बहरहाल अग्रवाल ने तरूण तेजपाल के खिलाफ बलात्कार के मामले में टिप्पणी करने से इंकार करते हुए कहा कि जब महिलाओं के पक्ष में कानून लाया गया तो उन्होंने इस पर चिंता जताई थी। अग्रवाल की पहले की टिप्पणियों से विवाद उठता आया है। राज्यसभा सदस्य अग्रवाल ने कहा कि मुझे आशंका की थी कि इस कानून का भी दहेज विरोधी कानून की तरह दुरूपयोग हो सकता है और इस तरह की स्थिति आएगी जब खुद महिलाओं को न्याय नहीं मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि मुझे कई लोगों से सूचना मिली है कि कई वरिष्ठ अधिकारी महिलाओं को अपना निजी सचिव नियुक्त नहीं कर रहे हैं। वे भयभीत हैं कि इसके बाद किसी को भी किसी तरह के आरोपों का सामना करना पड़ सकता है। समाजवादी पार्टी ने इस वर्ष बलात्कार विरोधी विधेयक के प्रावधानों का भी विरोध किया था। बहरहाल तेजपाल मामले में अग्रवाल ने कहा कि फिलहाल कुछ भी नहीं कहा जा सकता क्योंकि मामले की गोवा पुलिस जांच कर रही है और कानूनी प्रक्रिया को देखना होगा।
उत्तरप्रदेश में बलात्कार की घटना के बारे में अग्रवाल ने कहा कि इस तरह की घटनाएं देश के हर कोने में घट रही हैं। इस तरह की घटनाएं दिल्ली में खूब हो रही हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 27, 2013, 18:16