Last Updated: Monday, October 28, 2013, 15:37
ज़ी मीडिया ब्यूरो रांची/पटना: पटना में रविवार को हुए सीरियल ब्लास्ट की जांच आगे बढ़ने के साथ ही नए खुलासे हो रहे हैं। झारखंड पुलिस ने सोमवार को दावा किया कि पटना सीरियल ब्लास्ट और कुछ माह पहले बोधगया में हुए श्रृंखलाबद्ध धमाकों में काफी समानता है।
झारखंड के एडीजी एसएन प्रधान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पटना में ब्लास्ट को जिस तरीके से अंजाम दिया गया, वह काफी कुछ बोधगया सीरियल ब्लास्ट के समान है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इन दोनों जगहों पर धमाकों के पीछे कुछ जुड़ाव है। जिस टाइमर डिवाइस का पटना धमाके में इस्तेमाल हुआ, उसका ब्रांड बोधगया ब्लास्ट में इस्तेमाल टाइमर के जैसा ही है।
झारखंड के एडीजी ने हालांकि यह भी कहा कि रांची में अभी तक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है। बिहार पुलिस और इंटेलीजेंस एजेंसी की ओर से मुहैया कराए गए हर सूचना को लेकर यहां की पुलिस छानबीन कर रही है।
प्रधान ने कहा, `ऐसा लगता है कि केवल चार लोग ही नहीं बल्कि पटना सीरियल ब्लास्ट में 8-10 लोग शामिल हो सकते हैं। प्राथमिक साक्ष्यों से यह मालूम पड़ता है कि पटना ब्लास्ट से इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) लिंक है। झारखंड एडीजी ने यह खुलासा उसके बाद किया, जब बिहार पुलिस ने यह दावा किया कि जिन लोगों ने पटना में बम प्लांट किए उनका मकसद भगदड़ फैलाना था ताकि बड़े पैमाने पर तबाही मच सके।
पटना के एसएसपी मनु महाराज ने ज़ी मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि हमलावर यहां तीन टीम में शामिल होकर आए। हर टीम में चार से आठ लोग शामिल थे। हमलावरों की मंशा कई जगहों पर और बमों को प्लांट करने की थी ताकि भगदड़ फैलाकर बड़े पैमाने पर तबाही मचाई जा सके। पटना के एसएसपी ने यह भी कहा कि जमीन के अंदर कम तीव्रता वाले बमों को छिपाया गया था ताकि मैदान में एकत्रित भीड़ में दहशत फैलाई जा सके। जांच सही में चल रही है और इस ब्लास्ट के सिलसिले में कई लोगों को गिरफ्त में लिया गया है।
उधर, झारखंड पुलिस ने पटना विस्फोटों की साजिश रचने के संदेह में एक व्यक्ति के घर पर छापा मारा और एक प्रेशर कुकर बम बरामद किया। उसके पिता और चाचा से पूछताछ की गई। पुलिस ने कहा कि संदिग्ध इम्तियाज रांची का रहने वाला है और रविवार रात को उसके घर पर छापा मारा गया। पुलिस ने कहा कि छापे में एक प्रेशर कुकर बम, इस्लामी साहित्य, अल कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन का फोटो, एक पेन ड्राइव, सीडी और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए।
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता एसएन प्रधान ने बताया कि हम बिहार पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों से प्राप्त की गई सूचना के आधार पर काम कर रहे हैं। झारखंड से अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। इम्तियाज रांची से पिछले तीन दिनों से लापता था। पुलिस सूत्रों के अनुसार वह युवकों के एक समूह को पटना ले गया था, जिन्होंने इस हमले को अंजाम दिया।
पहले भी देश के कई हिस्सों में हुए विस्फोटों के सिलसिले में रांची, जमशेदपुर और हजारीबाग के कुछ युवकों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एक अन्य संदिग्ध आतंकवादी मंजर इमाम को इस वर्ष के शुरू में गिरफ्तार किया गया था।
First Published: Monday, October 28, 2013, 15:29