पटना सीरियल ब्‍लास्‍ट: 6 लोगों पर एफआईआर, डीजीपी ने विशिष्ट सूचना की बात को नकारा । Patna serial blasts: FIR against 6 people, DGP denied that specific information

पटना सीरियल ब्‍लास्‍ट: 6 लोगों पर एफआईआर, डीजीपी ने विशिष्ट सूचना की बात को नकारा

पटना सीरियल ब्‍लास्‍ट: 6 लोगों पर एफआईआर, डीजीपी ने विशिष्ट सूचना की बात को नकारा ज़ी मीडिया ब्‍यूरो

पटना : पटना में बीते रविवार को बीजेपी की हुंकार रैली से पहले और रैली के दौरान हुए श्रृंखलाबद्ध धमाके को लेकर दो अलग-अलग प्राथमिकी पटना रेलवे स्टेशन राजकीय रेल थाना और गांधी मैदान थाना में दर्ज कराई गई है। जानकारी के अनुसार छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है। वहीं, इस ब्‍लास्‍ट के सिलसिले में कुल 13 लोगों से पूछताछ जारी है।

उधर, बिहार के गृह सचिव आमिर सुबहानी ने केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के श्रंखलाबद्ध धमाकों को लेकर पटना आने की चर्चा से इनकार करते हुए बताया कि केंद्रीय गृह सचिव और अधिकारियों का दल मंगलवार को पटना आने वाला है और स्थिति की समीक्षा कर आज शाम तक दिल्ली लौट जाएगा।

पटना में श्रृंखलाबद्ध विस्फोट की आशंका जताते हुए आईबी द्वारा पिछले 23 अक्‍टूबर को पत्र लिखे जाने के बारे में बिहार सरकार ने कहा कि जिस सूचना की बात की जा रही है उसमें सामान्य ‘इनपुट’ थे, कोई विशिष्ट सूचना नहीं थी। बिहार के पुलिस महानिदेशक अभयानंद और गृह विभाग के प्रधानसचिव आमिर सुबहानी ने यहां संयुक्त रूप से संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि रैली को लेकर राज्य सरकार द्वारा सभी आवश्यक प्रबंध किए गए थे।

पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने बताया कि इस संबंध में सूचना को लेकर 23 अक्तूबर के जिस पत्र का हवाला दिया जा रहा है उसकी पहली पंक्ति में यह लिखा है कि आने वाले वीवीआईपी (नरेंद्र मोदी) की पटना यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा को किसी प्रकार के खतरे को लेकर वर्तमान में कोई विशिष्ट सूचना नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी वीवीआईपी के आने पर जो सामान्य ‘इनपुट’ जिसमें वाम उग्रवाद, विधि व्यवस्था और इंडियन मुजाहिदीन जैसे विषय शामिल होते हैं, का ही, पत्र में जिक्र था।

बिहार के पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने कहा कि गुजरात से आई पुलिस ने सुरक्षा को लेकर चर्चा की थी और नरेंद्र मोदी को जिस प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था है उसी के अनुसार यहां व्यवस्था की गई थी। उन्होंने कहा कि रैली के लिए पटना एयरपोर्ट से लेकर गांधी मैदान तक दस पुलिस अधीक्षक, 27 पुलिस उपाधीक्षक, 92 निरीक्षक, 1305 अवर निरीक्षक, 70 महिला अवर निरीक्षक, 4930 लाठी आरक्षी, 550 सशस्त्र आरक्षी और 710 महिला आरक्षी की तैनाती की गयी थी।

भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी के उस आरोप कि नरेंद्र मोदी के पटना पहुंचने पर हवाई अड्डे पर स्थानीय थाना प्रभारी और एक पुलिस उपाधीक्षक मौजूद थे, बिहार पुलिस के कोई अधिकारी मौजूद नहीं थे, इसके बारे में पूछे जाने पर अभयानंद ने कहा कि वहां एक पुलिस अधीक्षक तैनात थे और वे गुजरात से आए अधिकारियों के संपर्क में थे। भाजपा के द्वारा यह आरोप लगाए जाने कि रैली स्थल पर न तो मेटल डिटेक्टर और न ही सीसीटीवी कैमरा लगाया गया, इसके बारे में पूछे जाने पर अभयानंद ने कहा कि इस बारे में वे जानकारी एकत्रित कर रहे हैं। इन धमाकों के पीछे इंडियन मुजाहिदीन का हाथ होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है और इस बिंदु पर भी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया एनआईए की टीम इस मामले की जांच में सहयोग कर रही है पर उसने जांच का जिम्मा अपने हाथ में अबतक नहीं लिया है।

पटना रेलवे स्टेशन पर रविवार को हुए धमाके में घायल एक संदिग्ध आतंकी की मौत होने की चर्चा को गलत बताते हुए अभयानंद ने कहा कि गंभीर रूप से घायल उक्त व्यक्ति का इलाज पटना स्थित आईजीआईएमएस में इलाज जारी है। उन्होंने बताया कि पटना रेलवे स्टेशन से कल गिरफ्तार किए गए एक अन्य संदिग्ध को आज न्यायालय के समक्ष पेश किया था और दूसरे घायल संदिग्ध की स्थिति से अदालत को अवगत करा दिया गया है।

इससे पूर्व अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) रवींद्र कुमार ने मीडिया में एनआईए के हवाले से आयी उस खबर कि विस्फोट के नमूनों की जांच के दौरान बिहार पुलिस ने कई महत्वपूर्ण साक्ष्य को नष्ट कर दिया, को गलत बताते हुए एनआईए के महानिरीक्षक ने यह स्पष्ट किया है कि न तो उन्होंने और न ही उनके किसी अधिकरी ने मीडिया को इस आशय का कोई बयान दिया है।

First Published: Tuesday, October 29, 2013, 09:48

comments powered by Disqus