Last Updated: Friday, November 1, 2013, 12:38
ज़ी मीडिया ब्यूरो पटना : पटना में हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों के प्रमुख संदिग्ध की यहां के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल में मौत हो गई। इसकी मौत से ब्लास्ट की जांच में बड़ा झटका लगा है।
अस्पताल के निदेशक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि ऐनुल उर्फ तारिक की बीती देर रात मौत हो गई। वह जीवनरक्षक प्रणाली पर था। उन्होंने बताया कि उसके मस्तिष्क में छर्रे लगे थे, जो संभवत: ठोस लोहे के टुकड़े थे। इस हालत में उसका ऑपरेशन करना संभव नहीं था।
ऐनुल को उस समय पकड़ा गया था जब वह 27 अक्टूबर को यहां के गांधी मैदान में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली से कुछ घंटे पूर्व यहां के पटना रेलवे स्टेशन के शौचालय में हुए पहले बम विस्फोट के बाद वहां के प्लेटफॉर्म नंबर 10 से भाग रहा था। पुलिस ने बताया कि संदिग्ध के पास से कुछ टेलीफोन नंबर और दस्तावेज बरामद हुए थे और इनके आधार पर ही आतंकवादियों द्वारा रची गई पूरी साजिश का पर्दाफाश हुआ था।
घायल एैनुल के कोमा में होने के कारण पुलिस उससे पूछताछ तक नहीं कर पाई थी और न ही न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश कर सकी थी। गौर हो कि पटना में हुए सीरियल ब्लास्ट में छह लोग मारे गए थे और 82 अन्य घायल हो गए थे।
First Published: Friday, November 1, 2013, 09:42