Last Updated: Wednesday, February 19, 2014, 10:37
ज़ी मीडिया ब्यूरोमुंबई: अभिनेता संजय दत्त को तीसरी बार मिले पैरोल को लेकर सियासत शुरू हो गई है। इस पर सवाल उठना नये सिरे से शुरू हो गया है। शिवसेना ने संजय पर मेहरबानी के लिए कड़ी आपत्ति जताई है। शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाया है कि संजय दत्त पर इतनी मेहरबानी क्यों की जा रही है।
शिवसेना ने तो तीखे तेवर अपनाते हुए पूछा है कि जब कानून सबके लिए बराबर है तो फिर साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित के साथ भेदभाव क्यों ? दूसरी तरफ हाईकोर्ट में दाखिल एक अर्जी में पूछा गया है कि संजय को ही फायदा क्यों। संजय को मिले पैरोल के खिलाफ मुंबई हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल की गई है। जनहित याचिका में आरोप लगाया गया है कि यरवदा जेल के अधीक्षक और पुणे के संभागीय आयुक्त ने 53 साल के दत्त की पैरोल अवधि बढ़ाने के मामले में अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल किया है ।
वर्ष 1993 के मुंबई बम धमाकों के मामले में सजा पाये अभिनेता संजय दत्त की पैरोल की अवधि जिला अधिकारियों ने और एक माह के लिये बढा दी। संजय ने अपनी पत्नी मान्यता की बीमारी का हवाला देते हुए पैरोल की अवधि बढाने का आग्रह किया था।
अवैध तरीके से हथियार रखने के अपराध में सशस्त्र कानून के तहत पांच साल के कैद की सजा पाये 53 वर्षीय अभिनेता संजय को उनकी एक माह की पैरोल की अवधि समाप्त होने के बाद आगामी 21 फरवरी को यरवदा जेल लौटना था। मुंबई पुलिस से रिपोर्ट मिलने के बाद संभागीय आयुक्त के कार्यालय ने संजय की पैरोल की अवधि 21 मार्च तक बढा दी। अधिकारियों के अनुसार नियमों के अनुसार यह इस साल संजय को मिला अंतिम पैरोल है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Wednesday, February 19, 2014, 07:48