Last Updated: Tuesday, February 4, 2014, 08:52
रायपुर : वर्षों बाद इस बार वसंत पंचमी के दिन चार फरवरी को कई मंगलकारी और दुर्लभ योग बने हैं। ऐसे मुहूर्त में किया गया कोई भी शुभ कार्य ज्यादा फलदायी होता है। पंडितों की मानें तो इस दिन सबसे अच्छा योग विवाह के लिए है। विवाह के लिए रवि, अमृत सिद्धि और त्रिबल सिद्धि योग बन रहा है। जो विवाह के लिए सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त माना जाता है। इसे देखते हुए प्रदेश के विभिन्न शहरों में मैरेज हॉल के अलावा मंदिरों में भी कई शादियों की तैयारी है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी में तो कई जोड़ों ने कोर्ट मैरेज की भी तैयारी कर रखी है। पंडित मनोज शुक्ला ने बताया कि वसंत पंचमी को पूरे दिन रेवती नक्षत्र होगा जो दिन भर किसी भी कार्य का शुभ फल देगा। इस दिन बन रहा रवि योग शाम 4.35 तक है। यह योग विपरीत हालात का नाश करेगा। उन्होंने बताया कि अमृत सिद्धि योग भी शाम 4.16 बजे तक पड़ रहा है। इसमें किए गए मांगलिक कार्य के सुखद परिणाम मिलते हैं और कार्य में सिद्धि मिलती है। इसके अलावा रेवती नक्षत्र से निर्मित होने वाला यह योग सूर्योदय से लेकर पूरे दिन शुभ फल देने वाला होता है।
विवाह के लिए त्रिबल सिद्धि योग अत्यंत ही शुभकारी माना गया है। लड़के और लड़की दोनों का चंद्रबल देखा जाता है। लड़के के लिए सूर्यबल और लड़की का गुरु बल प्रबल होना चाहिए। इस दिन त्रिबल योग सिद्ध है। पंडित मनोज शुक्ला ने बताया कि पिछले वर्ष ग्रह, नक्षत्रों की बिगड़ी चाल के चलते अबूझ मुहूर्त में विवाह नहीं हो सके थे। पिछले साल 15 फरवरी को बसंत पंचमी थी। इसके ठीक एक दिन पहले 14 फरवरी को शुक्र के अस्त होने से शुभ कार्य वर्जित हो गए थे।
मंगलवार, चार फरवरी को सरस्वती पूजा होगी। पंचमी तिथि तीन फरवरी को दोपहर बाद 2.35 बजे से अगले दिन 4 फरवरी को दोपहर 1.01 बजे तक रहेगी। इस हिसाब से विवाह के लिए ये दोनों तिथियां श्रेष्ठ हैं। बहरहाल, लोग बड़ी संख्या में शुभ कार्य के लिए तैयार हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 4, 2014, 08:52