Last Updated: Tuesday, December 17, 2013, 00:21

नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और अपनी अपमानजनक हार से उबरने की कोशिश करते हुए निर्वतमान मुख्यमंत्री शीला दीक्षित सोमवार को पूरी तरह जोशखरोश में नजर आईं और उन्होंने भाजपा एवं आम आदमी पार्टी पर ‘नामुमकिन वादे’ करने का आरोप लगाते हुए अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से ताजा चुनाव के लिए कमर कसने का आह्वान किया।
चार दिसंबर के चुनाव में करारी हार के बाद पहली बार अपने निवास पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शीला दीक्षित ने कहा कि ऐसा जान पड़ता है कि (ताजा चुनाव) की आशंका हकीकत बनने जा रही है क्योंकि शहर पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि कांग्रेस जोरदार वापसी करेगी जैसा कि हर बार जब जब हम पीछे रहे, हमने ऐसा किया। दीक्षित का यह बयान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जे पी अग्रवाल द्वारा हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने के बाद आया है। इस चुनाव में कांग्रेस 70 सदस्यीय विधानसभा में महज आठ सीटों पर सिमट गई।
निर्वतमान मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से हार की निराशा को छोड़कर आने वाले समय में कांग्रेस की शानदार जीत के लिए एकजुट होकर लग जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यदि आप ईमानदारी से कठिन मेहनत करने का निश्चय करते हैं तो पार्टी जरूर सत्ता में लौटेगी। उन्होंने कहा कि नई विधानसभा में दोनों बड़े दल :भाजपा और आप: सरकार गठन की अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं क्योंकि उन्हें शासन चलाने की अपनी क्षमता को लेकर भरोसा नहीं है। इन दलों ने चुनाव के दौरान लोगों से नामुमकिन वादे किए। आप ने बिजली की दर 50 फीसदी घटाने और हर परिवार को प्रति दिन 700 लीटर पानी मुफ्त देने का वादा किया था जबकि भाजपा ने बिजली का दाम 30 फीसदी कम करने का वादा किया था।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शीला दीक्षित को प्रदेश इकाई के लापरवाहीपूर्ण रवैये से अवगत कराया। पिछले सप्ताह शीला दीक्षित ने अग्रवाल पर चुनाव में उत्साहपूर्वक साथ नहीं देने का आरोप लगाया था। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 16, 2013, 20:35