Last Updated: Saturday, June 7, 2014, 15:39
भोपाल : जनहित के विषयों से जुड़े अभियान की सफलता में सरकार और जनता दोनों का परस्पर सहयोग जरुरी बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में चलने वाले जन अभियान से लोगों को सीधे जोड़ने का तंत्र विकसित किया जायेगा।
चौहान ने कल यहां ‘स्कूल चलें हम’ अभियान के संबंध में जन अभियान परिषद के सदस्यों से चर्चा करते हुए कहा कि स्कूल चले अभियान से हर नागरिक का जुड़ना जरूरी है। यह सरकार नहीं बल्कि समाज का अभियान है। उन्होंने कहा कि कम से कम पांच लाख प्रेरक इस अभियान से जुड़ना चाहिए। इससे समाज का एक बड़ा तबका इस अभियान से सीधे जुड़ जायेगा। ज्ञात हो कि अब तक इस अभियान से लगभग एक लाख प्रेरक जुड़ चुके हैं।
चौहान ने घुमक्कड़ जातियों, अनाथ बच्चों, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों और जनजातीय समुदाय के बच्चों को स्कूल में दाखिले के लिए विशेष प्रयासों की जरुरत बताते हुए कहा कि इन बच्चों के परिवारों को लगातार परामर्श देना होगा। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के परिवार काम के लिए पलायन करते हैं उन बच्चों के लिए अस्थाई होस्टल की सुविधा भी जुटानी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान केवल बच्चों का दाखिला करवाने तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। हर बच्चा 12वीं तक की शिक्षा अनिवार्य रुप से लें, शिक्षण की गुणवत्ता बनी रहे और शिक्षकों की उपस्थिति सौ प्रतिशत हो, इसका ध्यान रखना भी जरूरी है। मुख्यमंत्री 16 जून को इस अभियान का शुभारंभ करेंगे।
‘स्कूल चलें हम’ अभियान चार चरणों में होगा। पहले चरण में ग्राम शिक्षा पंजीकरण को अद्यतन करने का काम पूरा हो गया है। दूसरे चरण में मध्य जून से जुलाई तक दाखिला अभियान चलेगा। तीसरे और चौथे चरण में बच्चों की निरंतर उपस्थिति और शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जायेगा। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 7, 2014, 15:39