Last Updated: Wednesday, June 4, 2014, 18:11

नई दिल्ली: बलात्कार की घटनाओं पर अखिलेश यादव सरकार पर चारों ओर से हो रहे हमलों के बीच समाजवादी पार्टी के नेताओं द्वारा इस संबंध में अजीबोगरीब दलीलें दी जा रही हैं और उनका कहना है कि कई बार जब लड़कियों और लड़कों के बीच संबंध सामने आ जाते हैं तब इसे बलात्कार का नाम दे दिया जाता है।
सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने कहा, ‘कई स्थानों पर जब लड़कियों एवं लड़कों के रिश्ते सामने आ जाते हैं तब इसे बलात्कार करार दिया जाता है। कई स्थानों पर लड़कियां और लड़के तैयार (विवाह करने) होते हैं लेकिन झूठी शान के लिए हत्या होती है। सबसे दुखद और गंभीर बात यह है कि ऐसी घटनाएं नहीं रूक रहीं हैं। ऐसी घटनाएं दूसरे स्थानों पर भी होती हैं लेकिन वे सुर्खी नहीं बन पाती हैं। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कहा कि राज्य में उनकी पार्टी की सरकार ‘असंवेदनशील’ नहीं है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने कहा कि क्या किया जाए, हम संवेदनशील हैं। हम असंवेदनशील नहीं हैं।दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। आप अपना काम करें और हमें अपना काम करने दें।
मुलायम से राज्य में बलात्कार की बढ़ती घटनाओं के बारे में पूछा गया था जहां उनके पुत्र मुख्यमंत्री हैं। मुलायम ने पिछले महीने बलात्कार के मामलों पर यह कह कर विवाद खड़ा कर दिया था कि, ‘ लड़के, लड़के हैं, गलती हो जाती है। इसका अर्थ यह नहीं है कि आप उन्हें फांसी दे दें।’ मीडिया पर जानबूझकर उत्तरप्रदेश की घटनाओं को तूल देने कर आरोप लगाते हुए रामगोपाल यादव ने कहा कि ऐसी घटनाएं राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में भी हो रही हैं लेकिन वे सुखिर्यां नहीं बन रही हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे गलत कार्यो में शामिल लोगों को कड़ी सजा दी जायेगी लेकिन समाज को सम्पूर्ण रूप से मिलकर इसे समाप्त करने के लिए काम करना चाहिए और तब तक ‘ इसे पूरी तरह से नहीं रोका जा सकता और यह असंभव है।’ उन्होंने कहा कि इन दिनों ऐसा भी सुनने को मिल रहा है कि पिता ने पु़त्री का बलात्कार किया। यह मानसिक स्थिति खराब होने के कारण है और कुछ नहीं।
यादव ने कहा कि ऐसी घटनाएं राजस्थान के झालावाड़ में घटी तब एक महिला का बलात्कार किया गया और अपराधियों ने बाद में उसे जला दिया। मध्यप्रदेश और मुम्बई में भी ऐसी ही घटनाएं देखने को मिली। उन्होंने कहा, ‘ इन स्थानों पर कोई नेता नहीं गया लेकिन जब मीडिया ने कहा कि दो लड़कियां (बदायूं में) दलित थीं, सभी लोग वहां गए और यहां तक कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की मांग की।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 4, 2014, 18:11