Last Updated: Thursday, October 10, 2013, 14:19
हैदराबाद : सीमांध्र में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल पांचवे दिन भी जारी रहने के कारण गुरुवार को भी लोग बिजली संकट से जूझ रहे हैं। क्षेत्र के बिजली कर्मचारी केंद्र के आंध्र प्रदेश के विभाजन (पृथक तेलंगाना) के फैसले को वापस लेने की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं।
सीमांध्र (रायलसीमा एवं तटीय आंध्र प्रदेश) के सभी 13 जिलों में बिजली उत्पादन एवं प्रसारण ठप्प है, जिससे लोगों को कई तरह की मुश्किलों से गुजरना पड़ रहा है। खासकर चिकित्सा सेवाएं, रेल सेवाएं एवं औद्योगिक उत्पादन पूरी तरह बंद पड़ा है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी और हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों के बीच दूसरे चरण की बैठक गुरुवार को होनी है। मंगलवार रात हुई बैठक में कोई हल न निकल पाने के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल वापस लेने से इंकार कर दिया था, उनका कहना है कि राज्य का बंटवारा नहीं होने का पक्का आश्वासन मिलने तक हड़ताल जारी रहेगी।
लगभग 30,000 बिजली कर्मचारी इस समय हड़ताल पर बैठे हैं, जिससे सीमांध्र में 4,000 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने वाले सभी तापीय एवं पनबिजली संयंत्र पंगु अवस्था में हैं। हैदराबाद से प्राप्त जानकारियों के मुताबिक कुछ बड़े शहरी इलाकों में रात के समय बिजली की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन बहुसंख्यक छोटे शहरों और गांवों में अब भी अंधेरा छाया है। सीमांध्र में बिजली कर्मियों की हड़ताल का असर राजधानी हैदराबाद और तेलंगाना के दूसरे हिस्सों में भी आंशिक रूप से देखने को मिल रहा है, जहां दिन में तीन से छह घंटे के लिए बिजली आपूर्ति रोकी जा रही है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 10, 2013, 14:19