Last Updated: Wednesday, December 25, 2013, 23:39
रायपुर : प्रतिबंधित संगठनों स्टुडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) और इंडियन मुजाहिदीन (IM) के लिये कथित तौर पर धन एकत्रित वाले एक संदिग्ध कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है। रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक जीपी सिंह ने आज शाम एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि छत्तीसगढ़ आतंकवाद-निरोधी दस्ते (ATS) ने विशेष सूचनाओं के आधार पर ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में ढाबा चलाने वाले 22 वर्षीय धीरज साव को गिरफ्तार किया।
उन्होंने कहा कि राजधानी से सिमी के 16 संदिग्ध कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद खुफिया विभाग इन गिरफ्तारियों से कथित रूप से जुड़े संदिग्धों पर नजर रख रहा था। उन्होंने कहा कि इसबीच सूचना मिली कि छत्तीसगढ सहित विभिन्न स्थानों के बैंक खातों के माध्यम से संदिग्ध आतंकवादियों के खातों में बड़ी रकम हस्तांतरित की गई है। उन्होंने बताया कि साव को पहले पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था लेकिन बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारी के मुताबिक, मूलरूप से बिहार के जमुई जिला निवासी साव ने SIMI और IM के आतंकवादियों को नगदी भेजने में कथित मध्यस्थ की भूमिका निभायी थी । उसने पूछताछ के दौरान इसे स्वीकार भी कर लिया। महानिरीक्षक ने कहा कि साव 2011 में पाकिस्तान के किसी खालिद नामक व्यक्ति के संपर्क में आया और उसके बाद से ही उसे विभिन्न बैंक खातों से बड़ी रकमें मिलती रही हैं। बाद में साव इन रकमों में मंगलोर में आईएम के सदस्यों जुबैर हुसैन और आयशा बानों के खातों में भेजा करता था। उन्होंने बताया कि साव के विभिन्न बैंक खातों में एक करोड़ से ज्यादा रकम जमा हुई है। पिछले दो महीने में छत्तीसगढ़ पुलिस ने यहां आतंकवादी संगठन का पर्दाफाश करके SIMI के 16 संदिग्ध कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 25, 2013, 23:39