Last Updated: Saturday, October 5, 2013, 20:39

हैदराबाद : वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश का विभाजन करने के केंद्र सरकार फैसले के खिलाफ आज अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी और कहा कि केंद्र के फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी जाएगी। गैर-तेलंगाना क्षेत्रों में अविभाजित आंध्र पदेश के समर्थक संगठनों द्वारा आहूत आम हड़ताल का आज दूसरा दिन है और इस बीच जगन ने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 3 अक्तूबर को अलग तेलंगाना राज्य बनाने का फैसला एकपक्षीय तरीके से लिया है। जगन को हाल ही में भ्रष्टाचार के मामले में जमानत मिली है।
जगन ने कहा, ‘हम केंद्र सरकार के फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देंगे।’ उन्होंने कहा कि प्रस्तावित विभाजन में कानूनी दिक्कतें भी हैं। जगन ने कहा, ‘हम केंद्र सरकार के कामकाज के एकपक्षीय तरीके का विरोध कर रहे हैं। वह राज्य विधानसभा में प्रस्ताव के बिना विभाजन प्रक्रिया पर आगे कैसे बढ़ सकती है? हमने विधानसभा में प्रस्ताव के बिना प्रदेश के विभाजन का कोई मामला कभी नहीं देखा।’ उन्होंने कहा कि जब राज्य में इतना कुछ हो रहा है और जब दोषी सांसदों पर लाये गये अध्यादेश को वापस लिया जा सकता है तो केंद्र सरकार इसी तरह आंध्र प्रदेश के विभाजन के निर्णय को क्यों नहीं बदल सकती।
इससे पहले उन्होंने पिछले महीने भी चंचलगुडा जेल में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की थी लेकिन पांचवें दिन उन्हें अस्पताल में भर्ती कराये जाने के साथ अनशन को समाप्त कर दिया गया। वह आय से अधिक संपत्ति के आरोपों में विचाराधीन कैदी के रूप में जेल में बंद थे।
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के हजारों कार्यकर्ता यहां जगन के लोटस पांड स्थित आवास पर जुटे। जगन ने पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे आंदोलन शुरू किया। विशेष रूप से तैयार किये गये ‘दीक्षा’ मंच पर पार्टी सांसद मेकापति राजामोहन रेड्डी और अन्य नेता भी उनके साथ मौजूद थे। इसी बीच, आंध्र प्रदेश को विभाजित करने के केन्द्र के फैसले के विरोध में तटीय आंध्र और रायलसीमा क्षेत्रों में आज बंद के दूसरे दिन आम जनजीवन प्रभावित रहा।
आंध्र प्रदेश गैरराजपत्रित अधिकारियों (एपीएनजीओ) और एकीकृत आंध्र के अन्य समर्थक संगठनों ने 48 घंटे के बंद का आह्वान किया है जबकि जगनमोहन रेड्डी नीत वाईएसआर कांग्रेस ने गैर तेलंगाना क्षेत्रों में 72 घंटे का बंद आहूत किया है। तटीय आंध्र और रायलसीमा क्षेत्रों में शिक्षण एवं कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे और इन क्षेत्रों में आम जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित रहा।
तटीय आंध्र के आईजी द्वारका तिरूमला राव ने कहा कि उन्होंने कुछ कांग्रेसी नेताओं के आवासों और संपत्तियों पर तथा कांग्रेस दफ्तरों पर कल हुए हमलों को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त बलों को तैनात किया है। कल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बोत्सा सत्यनारायण के आवास पर भी हमला हुआ।
उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है और स्थिति नियंत्रण में है। जब तक आंदोलन शांतिपूर्ण रहेगा, हमें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन अगर यह हिंसक होता है तो हम कार्रवाई करेंगे।
आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारियों समेत अविभाजित प्रदेश के समर्थक कर्मचारी अगस्त के मध्य से पहले से ही हड़ताल पर हैं। एपीएसआरटीसी की बसें नहीं चलने से तीर्थस्थल तिरपति में सन्नाटा छाया रहा। तेदेपा अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने सीमांध्र क्षेत्र के लिए न्याय की मांग करते हुए सोमवार से नयी दिल्ली में बेमियादी अनशन की घोषणा की।
विजयनगरम शहर में तनाव बढ़ने के कारण पुलिस को प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। प्रदर्शनकारियों ने आज वर्दीधारी सुरक्षाकर्मियों पर पत्थर बरसाए।
राजामुंदरी में उस समय तनाव पसर गया जब एपीएनजीओ के कुछ कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के एक होर्डिंग को क्षतिग्रस्त कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने जिले में अनेक जगहों पर टायर जलाकर रास्ता रोकने का प्रयास किया। दूसरे दिन भी स्कूल, बैंक, व्यावसायिक प्रतिष्ठान्न, शॉपिंग मॉल, होटल और पेट्रोल पंप बंद आदि रहे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 5, 2013, 20:35