Last Updated: Thursday, October 31, 2013, 14:45
ज़ी मीडिया ब्यूरो मुजफ्फरनगर : मुजफ्फरनगर जिले में एक बार फिर तनाव भड़क गया है। जिले के बुढ़ाना इलाके में बुधवार रात फिर सांप्रदायिक हिंसा हुई, जिसमें चार लोग मारे गए हैं। गौर हो कि करीब एक माह पहले इस जिले में सांप्रदायिक हिंसा में करीब 62 लोग मारे गए थे। तनाव बढ़ने के बाद प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि हिंसा की ताजा घटना के बाद प्रशासन ने जिले की सुरक्षा कड़ी कर दी है और आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में अभी तक 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जिले के तनावग्रस्त इलाके में अर्धसैनिक बल गश्त लगा रहे हैं।
मुजफ्फरनगर में ताजा हिंसा के परिप्रेक्ष्य में गृह मंत्रालय उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति पर नजदीकी निगाह रखे हुए है और उसने प्रदेश सरकार से घटना की रिपोर्ट मांगी है।
गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। हमने उत्तर प्रदेश से रिपोर्ट भी मांगी है। शिन्दे ने कहा कि केन्द्र सरकार मुजफ्फरनगर के हालात को लेकर पूरी तरह सजग है और कानून व्यवस्था कायम करने के लिए राज्य सरकार की मदद को पूरी तरह तैयार है।
मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एचएम सिंह ने बताया कि बुढाना पुलिस स्टेशन में 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जिला मजिस्ट्रेट कौशल राज ने बताया कि मोहम्मदपुरसिंह गांव में दो समुदाय के सदस्यों के बीच संघर्ष में चार लोगों को कथित तौर पर पीट पीटकर मार डाला गया। हिंसा में एक व्यक्ति घायल भी हुआ है। सूत्रों ने दावा किया कि मारे गए लोग वह हैं जो हिंसा के बाद से राहत शिविरों में रह रहे थे।
प्रतीत होता है कि ताजा घटना इलाके में व्याप्त सांप्रदायिक तनाव का नतीजा है। मुजफ्फरनगर जिले के जिन हिस्सों में बीते माह सांप्रदायिक हिंसा हुई थी, उनमें मोहम्मदपुरसिंह गांव भी था। सूत्रों ने बताया कि मोहम्मदपुरसिंह गांव के लोगों का संघर्ष हुसैनपुर गांव के लोगों के साथ हुआ जिसमें चार युवाओं की जान गई।
सूत्रों के अनुसार, हालांकि दोनों गांवों के बीच एक किलोमीटर की दूरी है लेकिन उनके खेत पास में ही स्थित हैं। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि पांच व्यक्ति मोहम्मदपुरसिंह गांव में रहने वाले एक समुदाय के सदस्यों पर हमले की साजिश रच रहे हैं। एसएसपी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी किसी भी अवांछित घटना को रोकने के लिए इलाके में ही हैं।
First Published: Thursday, October 31, 2013, 09:09