Last Updated: Sunday, February 2, 2014, 00:22
नई दिल्ली : दक्षिण दिल्ली के लाजपत नगर क्षेत्र में दिनदहाड़े हुई करीब आठ करोड़ रूपये की सनसनीखेज लूट के मामले में पुलिस ने तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार करके दावा किया कि इस साजिश के पीछे ‘अंदर के’ एक किशोर का हाथ है।
पुलिस के अनुसार उद्योगपति राजेश कालरा से हुई लूट के मामले में उसके कार्यालय में काम करने वाले 17 वर्षीय किशोर के साथ ही तीन अन्य को पकड़ा गया है जिनकी पहचान दक्षिण दिल्ली के छतरपुर निवासी गुलजार उर्फ भोला, तिलक उर्फ टिंकू और प्रवीण के रूप में की गयी है। इसके अलावा पांच से छह अन्य सहयोगियों को पकड़ने के प्रयास जारी है जिनकी पुलिस ने पहचान कर ली है।
होंडा सिटी कार को जब गत मंगलवार को बदमाशों द्वारा लूटा गया उस समय किशोर रिपीट किशोर कार में ही मौजूद था और बदमाशों को एसएमएस के जरिये लुटेरों को कार की स्थिति के बारे में जानकारी दे रहा था। पुलिस को मिली जानकारी के आधार पर लूट का एक हिस्सा कई स्थानों से बरामद कर लिया है जो कि कई करोड़ रूपये में है। यद्यपि वास्तविक राशि का अभी पता नहीं चल पाया है। करीब दो दर्जन पुलिस दल राशि का बाकी का हिस्सा बरामद करने और अन्य लुटेरों को बरामद करने के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रहे हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हमारा शुरू से ही मानना था कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई सबसे बड़ी लूट में कोई अंदर का व्यक्ति शामिल था। लूट के समय कार में मौजूद सभी व्यक्ति संदेह के घेरे में थे और उनसे विस्तार से पूछताछ की जा रही थी और उनकी पृष्ठभूमि का पता लगाया जा रहा था। किशोर के खुलासे के साथ ही मामला सुलझ गया।’’ पुलिस सूत्रों के अनुसार किशोर उद्योगपति कालरा के कार्यालय में कर्मचारी था और उसे पता था कि उसका मालिक और उसके साझेदार राजेश अहूजा चांदनी चौक, ग्रेटर कैलाश और कालकाजी के बीच बड़ी मात्रा में राशि इधर उधर करते हैं।
दक्षिण दिल्ली के मदनगीर निवासी युवक ने यह सू़चना अपने रिश्तेदार अजय से साझा की जो क्षेत्र में अपराध में शामिल था और उन्होंने राशि लूटने की योजना बनायी। अजय ने शक्ति नायडू से सम्पर्क किया जो किशोर का मामा थाा और कई अपराधों में शामिल था। उसे 2002 के बैंक लूट के मामले में गिरफ्तार किया गया था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 2, 2014, 00:22