Last Updated: Thursday, October 17, 2013, 21:24
लखनऊ : विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की पांच कोसी और चौरासी कोसी परिक्रमा पर प्रतिबंध के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने विहिप की शुक्रवार को आयोजित होने वाली संकल्प सभा पर रोक लगा दी है।
पुलिस ने गुरुवार को विहिप की संकल्प सभा के मद्देनजर अब तक300 से ज्यादा कार्यकर्ताओं और नेताओं की गिरफ्तारी की है। उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार ने संकल्प सभा से जिले और प्रदेश का माहौल खराब होने की आशंका के चलते विहिप की संकल्प सभा पर प्रतिबंध लगा दिया था। विहिप के नेताओं का जमावड़ा न लगने पाए और बाहर से समर्थक अयोध्या न पहुंचने पाएं इसके लिए पुलिस बुधवार देर रात से ही अभियान चला रही है।
राज्य के पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) राज कुमार विश्वकर्मा ने गुरुवार देर शाम बताया कि अब तक अयोध्या और आस-पास से 337 विहिप कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। 42 लोग नजरबंद किए गए हैं। विश्वकर्मा ने कहा है कि जो भी प्रतिबंधित संकल्प सभा में जाने की कोशिश करेगा, उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
शरद पूर्णिमा होने की वजह से करीब पचास हजार स्नानार्थी सरयू नदी में स्नान करने आ सकते हैं। इस भीड़ का फायदा विहिप कार्यकर्ता उठा सकते हैं। प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता ने इन हालातों से निपटने की सख्त हिदायत दी है। फैजाबाद के जिलाधिकारी विपिन द्विवेदी ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि विहिप समर्थकों का अयोध्या में जमावड़ा न लगने पाए इसके लिए आज से फैजाबाद-अयोध्या की सीमाएं सील कर दी गई हैं।
उन्होंने कहा कि हमने आसपास के जिलों के पुलिस-प्रशासन से निवेदन किया है कि संकल्प सभा में शामिल होने के लिए उनके जिलों से विहिप कार्यकर्ता और समर्थक अयोध्या न आने पाएं। द्विवेदी ने कहा कि सकंल्प संभा के मद्देनजर अयोध्या में करीब दो हजार पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। वहीं विहिप और बजरंग दल के नेताओं ने कहा है कि वे हर हाल में संकल्प सभा का आयोजन करेंगे। संकल्प सभा का आयोजन भी अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की मांग को उठाने के लिए किया गया है। अब सरकार की रोक और सख्ती के बाद टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 17, 2013, 21:24