Last Updated: Friday, October 11, 2013, 11:19
ज़ी मीडिया ब्यूरो लखनऊ : उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को अखिलेश यादव कैबिनेट का विस्तार किया गया। निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की शुक्रवार को अखिलेश यादव मंत्रिमंडल में वापसी हो गई। उन्होंने आज उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री पद की शपथ ली।
सीओ जियाउल हक हत्याकांड में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के बाद राजा भैया की अखिलेश मंत्रिमंडल में वापसी तय मानी जा रही थी। राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में शुक्रवार को राज्यपाल बी.एल. जोशी ने राजा भैया को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मौजूद थे।
प्रतापगढ़ के कुंडा में सीओ जियाउल हक हत्याकांड में नाम आने के बाद राजा भैया को केबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष मार्च में कुंडा के वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद हुए बवाल को रोकने गए सीओ जियाउल हक की हत्या कर दी गई थी।
सीओ की पत्नी परवीन आजाद ने तत्कालीन जेल मंत्री एवं कुंडा के विधायक राजा भैया पर हत्या करवाने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था। हत्या में नाम आने के बाद राजा भैया ने खुद को निर्दोष बताते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
अखिलेश सरकार ने हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने के आदेश दिए थे। सीबीआई ने जांच के बाद राजा भैया को क्लीन चिट दे दी। क्लीन चिट मिलने के बाद कयास लगाए लगाए जा रहे थे कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाने वाले राजा भैया की जल्द अखिलेश मंत्रिमंडल में वापसी होगी।
सीबीआई की क्लीन चिट के करीब तीन महीने बाद अब सपा नेतृत्व ने राजा भैया को फिर से केबिनेट मंत्री बनाने का फैसला लिया। राजा भैया क्षत्रिय समुदाय में खासे लोकप्रिय हैं। ऐसे में सपा नेतृत्व ने राजा भैया को फिर से मंत्री बनाकर क्षत्रियों को लुभाने की भी कोशिश की है।
First Published: Friday, October 11, 2013, 11:19