Last Updated: Wednesday, March 5, 2014, 22:07
लखनऊ: इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने कानपुर में कनिष्ठ चिकित्सकों की पिटाई के बाद उत्तर प्रदेश में जारी हड़ताल पर बुधवार को स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को कानपुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को हटाने के आदेश दिए और जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग को तीन सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए। इसके साथ ही चिकित्सकों से हड़ताल समाप्त कर काम पर लौटने को कहा है। इस बीच राज्य सरकार ने चिकित्सकों की हड़ताल पर एस्मा लगा दिया है।
हड़ताल पर स्वत: संज्ञान लेते हुए लखनऊ खंडपीठ के न्यायमूर्ति इम्तियाज मुर्तजा और न्यायमूर्ति डी.के. उपाध्याय की पीठ ने राज्य सरकार को आदेश दिया कि वह कानपुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से हटाएं। इस मामले की अगली सुनवाई 10 मार्च को तय की गई है।
गौरतलब है कि विगत शुक्रवार को कानपुर के हैलट अस्पताल के कनिष्ठ चिकित्सकों का समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक इरफान सोलंकी के साथ विवाद हो गया था। चिकित्सकों पर विधायक और उनके समर्थकों की पिटाई का आरोप है। इसके बाद पुलिस पर कथित रूप से दबाव डालकर चिकित्सकों पर लाठीचार्ज करवाया गया तथा 24 चिकित्सकों गिरफ्तारी करवाई गई। घटना के बाद नाराज चिकित्सक विधायक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पर कार्रवाई की मांग को लेकर एक मार्च से हड़ताल पर चले गए। उनके समर्थन में राज्य के दूसरे मेडिकल कालेजों और अस्पतालों के चिकित्सक भी हड़ताल पर चले गए। तब से लगातार राज्य में हड़ताल जारी है जिससे स्वास्थ्य सेवाएं लगभग ठप पड़ गई हैं।
हड़ताली चिकित्सकों के एक प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मंगलवार को बातचीत हुई, लेकिन यह बेनतीजा रही। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार शाम को समाजवादी पार्टी(सपा) मुखिया मुलायम सिंह यादव से उनके लखनऊ स्थित आवास पर मिला और न्याय की गुहार लगाई। मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्य जितेंद्र कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि हमने सपा प्रमुख को सारी बातें बताईं। उन्होंने हमें न्याय का भरोसा दिया है।
पूछे जाने पर कि हड़ताल कब समाप्त होगी, इस पर कुमार ने कहा कि कानपुर पहुंचने के बाद हम बैठक करेंगे। उसके बाद ही इस बारे में कुछ फैसला होगा। उधर राज्य सरकार द्वारा एस्मा लागू करने के बाद कानपुर की जिलाधिकारी रौशन जैकब ने कहा कि राज्य सरकार ने आज शाम हड़ताल पर एस्मा लगा दिया है। अब चिकित्सकों को ड्यूटी पर आना होगा। जो चिकित्सक ड्यूटी पर नहीं आएंगे। जिला प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए बाध्य होगा। वहीं आईएमए की कानपुर इकाई की अध्यक्ष आरती लाल चंदानी ने कहा कि चिकित्सक एस्मा की कार्रवाई के आगे नहीं झुकेंगे।
माना जा रहा था न्यायिक जांच और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के न्यायालय के आदेश के बाद देर शाम तक चिकित्सकों की तरफ से हड़ताल वापस लेने की घोषणा कर दी जाएगी, लेकिन चिकित्सकों से रुख से फिलहाल हड़ताल समाप्त होने से संभावना नहीं दिख रही है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 5, 2014, 22:07