Last Updated: Friday, December 27, 2013, 12:48
ज़ी मीडिया ब्यूरोमुजफ्फरनगर: यूपी के मुजफ्फरनगर के राहत कैंपों में बच्चों की हुई मौत पर यूपी के गृह सचिव एके गुप्ता ने गैर- जिम्मेदाराना बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि कि ठंड से कोई नहीं मरता और अगर ठंड से मौत होती तो साइबेरिया में कोई नहीं बचता। गुप्ता ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि सात सितम्बर से 20 दिसम्बर के बीच 34 बच्चों की मृत्यु हुई है।
यह पूछे जाने पर कि क्या राहत शिविरों में ‘षड्यंत्रकारी’ भी रह रहे हैं, प्रधान सचिव (गृह) ए के गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा कि समिति ने कहा है कि शिविरों में सिर्फ विस्थापित लोग ही रह रहे हैं। गौर हो कि उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट के मुताबिक मुजफ्फरनगर के लोई तथा शामली के मदरसा तैमूल शाह, मलकपुर, बरनवी तथा ईदगाह में कुल पांच शिविरों में 4,783 लोग अब भी रह रहे हैं।
गुप्ता ने कहा कि शिविरों में सभी बच्चों को चिकित्सा सुविधा दी जा रही है और मौतों के लिये डाक्टरों की लापरवाही या अक्षमता को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। बच्चों की मौत होने की खबर मीडिया में आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने मेरठ के आयुक्त की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था। इस बीच केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने राहत शिविरों में रह रहे लोगों के संबंध में विवादित टिप्पणी को लेकर मुलायम सिंह यादव से माफी मांगने को कहा है।
First Published: Friday, December 27, 2013, 10:48