Last Updated: Tuesday, December 31, 2013, 14:02
मुजफ्फरनगर : राहत शिविरों में बच्चों की मौतों को लेकर आलोचना का सामना कर रही उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को ठंडी हवाओं के कहर से बचाने के लिए जिले के लोई शिविर से 420 दंगा पीड़ितों को खाली इमारतों में भेज दिया।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि कम से कम 420 लोगों को मुजफ्फरनगर जिले में चल रहे इस एकमात्र शिविर से हटा दिया गया है जबकि भीषण ठंड को देखते हुए बाकी बचे 63 अन्य दंगा पीड़ितों को खाली इमारतों में भेजने के लिए कोशिशें की जा रही है।
इस बीच उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रवीण कुमार ने आज चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए मुजफ्फरनगर के लोई शिविर और शामली में स्थित चार शिविरों का दौरा किया। राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय समिति के अनुसार मुजफ्फरनगर और शामली जिले के राहत शिविरों में 12 साल से कम उम्र के कम से कम 34 बच्चों की मौत हो चुकी है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के राहत शिविरों में मरने वाले बच्चों की संख्या, उनकी मौत के कारण और आगे इस तरह की मौतों को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे पूछा है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 31, 2013, 14:02