Last Updated: Thursday, October 17, 2013, 18:47

गांधीनगर : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शहरीकरण को चुनौती के तौर पर देखने के बजाय इसे अवसर में बदला जाना चाहिए।
मोदी ने कहा कि हम गांववालों के शहरों की ओर जाने के बारे में चिंताएं व्यक्त करते रहते हैं। लेकिन अगर हम पहले दिन से सच स्वीकार करते तो क्या होता? इसे चुनौती के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। इसे मजबूती के रूप में क्यों नहीं समझा जाता? एक बार आप इसे अवसर की तरह देखते हैं, काम असरदार तरीके से हो सकता है और इसके अच्छे परिणाम होंगे। मोदी ने कहा कि पुरानी मानसिकता कुछ बदल नहीं सकती क्योंकि तेजी से हो रहा शहरीकरण वास्तविकता है।
मोदी ने कहा कि हमारे शहरों को बदलने के लिए ठोस कूड़ा प्रबंधन जैसी आधुनिक पहल और नई तकनीक जैसी चीजों के साथ अपने रूख में नयापन लाने की जरूरत है। मोदी ‘संपूर्ण शहरी विकास’ विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन के उदघाटन सत्र में बोल रहे थे जिसमें 26 राज्यों, 411 जिलों के प्रतिनिधियों, महापौरों, उपमहापौरों और विभिन्न शहरों के अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।
मोदी ने कहा कि लोगों को वर्ष 2022 पर ध्यान लगाना चाहिए जब भारत 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। मोदी ने लोगों से कहा कि वे सोचें कि वे वर्ष 2022 में अपने शहर को कैसा बनाने का सपना देखते हैं और इसके अनुसार परियोजना तैयार कीजिए।
मोदी ने कहा कि विश्व में हर जगह हमारी आलोचना होती है कि हम अपने शहरों को गंदा रखते हैं। अन्य बात जिसे दिमाग में रखा जाना चाहिए कि अपने जीवनकाल में स्वच्छता को काफी महत्व देने वाले युग पुरूष महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती को ध्यान में रखते हुए शहरों को साफ रखने का काम किया जाए। मोदी ने कुछ वर्ष पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अपनी मुलाकात को याद किया जहां उन्होंने प्रधानमंत्री को भारत के 500 शहर चुनने और इस शहरों में ठोस कचरा प्रबंधन तथा अपशिष्ट जल शोधन पर ध्यान देने का विचार दिया।
मोदी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से जेएनएनयूआरएम के अगली पीढी के कार्यक्रम पर गौर करने का अनुरोध किया था। हालांकि प्रधानमंत्री ने विचार की प्रशंसा की लेकिन कुछ नहीं किया गया। मोदी ने कहा कि गुजरात ने पायलट परियोजना के तौर पर परीक्षण किया लेकिन केन्द्र की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली जिससे गुजरात सरकार इन शहरों में इन पहलों को शुरू करने के लिए मजबूर हुई ताकि इसे आगामी समय में असरदार बनाया जा सके। (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 17, 2013, 18:47