Last Updated: Sunday, February 9, 2014, 15:46
लखनऊ : दिल्ली से निकलने वाले गंदे पानी के यमुना के रास्ते गंगा में गिरने से चिन्तित उत्तर प्रदेश सरकार ने दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार को नोटिस भेजकर चेतावनी दी है।
प्रदेश के सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार दिल्ली को 400 क्यूसेक पानी देती है लेकिन बदले में दिल्ली 16 नालों के जरिए सूबे को गंदा पानी दे रही है। वह पानी यमुना में गिरता है जो बाद में गंगा में शामिल हो जाता है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने गत सात फरवरी को दिल्ली सरकार को एक नोटिस भेजा है जिसमें कहा गया है कि वह अपने सूबे से निकलने वाले गंदे पानी की शोधन संयंत्र के जरिए सफाई करे, उसके बाद ही वह पानी यमुना में छोड़ा जाए। हालांकि इसके लिए कोई समयसीमा तय नहीं की गई है।
यादव ने कहा कि अगर दिल्ली सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार की बात नहीं मानी तो उसे दिया जाने वाला 400 क्यूसेक पानी आगरा और मथुरा को दे दिया जाएगा जहां पानी की सबसे ज्यादा किल्लत है।
काबीना मंत्री ने बताया कि उन्होंने दिल्ली की पूर्ववर्ती शीला दीक्षित सरकार के सामने भी इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने केन्द्र को गंगा, यमुना और गोमती नदियों की सफाई के लिए प्रस्ताव भेजा है। इसके लिए कम से कम 30 हजार करोड़ रुपए की जरूरत पड़ेगी। इस मौके पर युवा जनता दल के पूर्व राष्ट्रीय सचिव ओमवीर सिंह तोमर तथा जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय सचिव अमित पवार अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ सपा में शामिल हो गए। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 9, 2014, 15:46