Last Updated: Tuesday, February 4, 2014, 10:43
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : दिल्ली के खिड़की एक्सटेंशन इलाके में रह रही युगांडा की दो महिलाओं ने अब ड्रग्स और सेक्स रैकेट से अपनी सुरक्षा करने की गुहार लगाई है। युगांडा की इन महिलाओं ने दिल्ली सरकार को दिल्ली पुलिस और अपने ही देश के कुछ लोगों के खिलाफ शिकायत की है। इन महिलाओं का कहना है कि उन्हें पहले तो धोखे से भारत लाया गया और फिर साजिश के तहत उन्हें वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेलने की कोशिश की गई। दूसरी ओर, दिल्ली सरकार ने सोमवार को विदेश मंत्रालय से युगांडा की उन तीन महिलाओं को सुरक्षा दिलाने के लिए हस्तक्षेप करने को कहा है।
महिलाओं की शिकायत के तुरंत बाद दिल्ली सरकार ने विदेश मंत्रालय को इसकी सूचना दी। वहीं सोमवार शाम करीब पांच बजे उन दो विदेशी महिलाओं के साथ एक और महिला दक्षिण दिल्ली के डीसी ऑफिस पहुंच गई। वहां उन तीनों ने अपने बयान दर्ज कराए। सूत्रों के मुताबिक इन महिलाओं ने बताया कि पुलिस ने 15-16 दिसंबर की रात की घटना के बाद वहां की महिलाओं पर बयान दर्ज कराने के लिए दबाव बनाया था।
तीनों महिलाएं डीसी ऑफिस शाम के पांच बजे पहुंच गई थीं, जबकि बयान दर्ज कराने के बाद वो पुलिस टीम के साथ रात के करीब साढ़े ग्यारह बजे निकलीं। अब इस मामले में दक्षिण दिल्ली के ही नेब सराय थाने में एफआईआर दर्ज हो सकती है।
उधर, दिल्ली सरकार ने सोमवार को विदेश मंत्रालय से युगांडा की उन तीन महिलाओं को सुरक्षा दिलाने के लिए हस्तक्षेप करने को कहा जब उन्होंने राज्य सरकार से संपर्क कर आरोप लगाया कि दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर क्षेत्र में नशीले पदार्थों का कारोबार करने वाले माफिया ने उन्हें अपने शिकंजे में फंसा लिया है।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इन महिलाओं ने शिकायत की कि माफिया ने उनके पासपोर्ट तथा अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए हैं। शीर्ष अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि वह मामले में उनकी मदद करे और उन्हें सुरक्षित युगांडा पहुंचाने की व्यवस्था करे।
First Published: Tuesday, February 4, 2014, 09:23