Last Updated: Friday, January 17, 2014, 15:05
हैदराबाद : तेलंगाना विधेयक के मसौदे पर मतदान की अपनी मांग खारिज किए जाने के बाद वाईएसआर कांग्रेस के विधायकों ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश विधानसभा से वाकआऊट कर दिया। वाईएसआर कांग्रेस की इस कार्रवाई की सभी दलों ने तत्काल आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी आंध्र प्रदेश पुनर्गठन विधेयक 2013 के मसौदे पर चर्चा करने से बच रही है।
सदन की बैठक शुरू होने पर वाईएसआर कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आ गए और चर्चा से पहले विधेयक के मसौदे पर मतदान की मांग करने लगे। उनके हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। बैठक दोबारा शुरू होने पर सदन में वाईएसआर कांग्रेस की नेता वाई एस विजया ने घोषणा की कि विधेयक के मसौदे पर मतदान की अनुमति न मिलने की वजह से वह विरोध स्वरूप सदन से वाकआऊट कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल तेदेपा राज्य को विभाजित करने के लिए सांठगांठ कर चुके हैं। इस पर वित्त मंत्री अनम रामनारायण रेड्डी और तेदेपा विधायक पैयावुला केसव ने आरोप लगाया कि वाईएसआर कांग्रेस चर्चा से बच रही है। अनम ने आरोप लगाया कि वाईएसआर कांग्रेस चर्चा में भाग लेकर विभाजन के मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करने के बजाय सदन से भाग रही है। इससे पता चलता है कि पार्टी गंभीर नहीं है। केसव ने आरोप लगाया कि वाईएसआर कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है। विभाजन मुद्दे को लेकर तेदेपा के कांग्रेस की कठपुतली होने के विजया के आरोपों को खारिज करते हुए केसव ने कहा कि दिवंगत वाई एस राजशेखर रेड्डी ने पृथक राज्य के आंदोलन के लिए बीज बोए थे।
उन्होंने कहा कि वाईएसआर ने सदन में घोषणा की थी कि कांग्रेस तेलंगाना राज्य के गठन के खिलाफ नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Friday, January 17, 2014, 15:05