Last Updated: Monday, January 20, 2014, 18:17

इस्लामाबाद : रावलपिंडी में पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय के पास एक तालिबानी हमलावर ने आज खुद को विस्फोट कर उड़ा दिया जिसमें 6 सैनिकों सहित 13 लोगों की मौत हो गई। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही खबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू शहर में छावनी के अंदर हुए एक विस्फोट में 20 सैनिक मारे गए थे और 30 अन्य घायल हुए थे। साइकिल सवार हमलावर ने आज रॉयल तोपखाना बाजारा में सैनिकों द्वारा रोके जाने पर विस्फोटकों से खुद को उड़ा दिया। यह स्थान सेना के जनरल हेडक्वार्टर और अन्य अहम सैन्य इमारतों के बहुत नजदीक है।
हमले में 24 अन्य लोग घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मारे गए लोगों में स्कूल की पोशाक पहने दो छात्र भी शामिल हैं। नगर पुलिस प्रमुख अख्तर हयात लालिका ने बताया कि यह बाजार सेना मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर है और यह रावलपिंडी के सर्वाधिक सुरक्षित इलाकों में स्थित है। यह विस्फोट ऐसे दिन हुआ है जब प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आतंकवाद से निपटने के उपाय वाली राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के मसौदे को मंजूर करने के लिए कैबिनेट की एक विशेष बैठक बुलाई है। आज के विस्फोट के शीघ्र बाद सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ और प्रधानमंत्री ने फोन पर बातचीत की।
प्रतिबंधित तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान ने हमले की जिम्मेदारी ली है। संगठन के प्रवक्ता शाहीदुल्ला शाहिद ने कहा कि कबायली इलाकों में चलाए गए सैन्य अभियान और संगठन के उप प्रमुख वलीउर रहमान के पिछले साल अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने के जवाब में इस घटना को अंजाम दिया गया है।
घायलों को विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया है। पुलिस के मुताबिक आत्मघाती हमलावर की उम्र 18 से 20 साल के बीच थी और उसने 10 किलोग्राम विस्फोटक बांध रखे थे। इस शक्तिशाली विस्फोट से इलाके की इमारतों की खिड़कियों के कांच टूट गए। राष्ट्रपति ममनून हुसैन और मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट प्रमुख अलताफ हुसैन ने विस्फोट की निंदा की है। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 20, 2014, 18:15