Last Updated: Thursday, March 13, 2014, 17:18
नई दिल्ली : गैस लीक होने के कारण न्यूयार्क में हुए एक बड़े विस्फोट के बाद लगी आग में मैनहट्टन की दो अपार्टमेंट इमारतें ढह गई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गयी और 63 अन्य घायल हो गए।
न्यूयार्क के मेयर बिल डे ब्लासियो ने कल की घटना को एक बदतर किस्म की त्रासदी बताया है। उनके कार्यालय ने कहा कि रात होने तक इन दो ढही इमारतों के नौ निवासियों का पता नहीं चल पाया। पूर्वी हर्लेम में लगी इस भीषण आग को बुझाने के लिए अग्निशमन कर्मचारी दोपहर तक जूझते रहे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटनास्थल पर धातु की टूटी फूटी चीजें, घना सफेद धुआं और मलबा किसी युद्धक्षेत्र की याद दिला रहा था।
अमेरिकी मीडिया संगठनों. सीएनएन, एबीसी और सीबीएस के अनुसार कल देर रात तक मृतकों की संख्या तीन से बढ़कर चार हो गई थी। विस्फोट के चलते न्यूयार्क के कई निवासियों के मन में 9:11 के आतंकी हमले की यादें ताजा हो गयी जिसमें दो टावर ढह गये थे। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि उसने भूकंप जैसा महसूस किया। डे ब्लासियो और शहर के अधिकारियों घटनास्थल के समीप 116वीं स्ट्रीट एवं पार्क एवेन्यू पर संवाददाताओं को बताया कि दोनों इमारतों में 15 अपार्टमेंट हैं। इस क्षेत्र में मुख्यत: लातिन अमेरिकी समुदाय रहता है।
विस्फोट से करीब 15 मिनट पहले उर्जा कंपनी कान एडीसन को समीप की एक अपार्टमेंट इमारत से फोन काल मिला था जिसमें रखरखाव वाले कर्मचारियों को गैस की गंध से आगाह किया गया था। (एजेंसी)
First Published: Thursday, March 13, 2014, 17:18