Last Updated: Sunday, June 8, 2014, 17:22
कोलंबो : श्रीलंका ने कथित तौर पर अपने जलक्षेत्र में मछली पकड़ने के लिए 73 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया है। इस घटना से कुछ दिन पहले ही श्रीलंका ने 33 भारतीय मछुआरों को रिहा किया था।
श्रीलंकाई नौसेना के प्रवक्ता कोसला वारनाकुलसूर्या ने आज बताया कि 41 भारतीय मछुआरों को कल तालईमन्नार अपतटीय क्षेत्र से और 32 भारतीय मछुआरों को डेल्फ्ट द्वीप के अपतटीय क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। मछली पकड़ने वाली 15 नौकाएं भी जब्त की गई हैं। डेल्फ्ट में गिरफ्तार मछुआरों को कंकेसंतुरई बंदरगाह लाया जा रहा है, जबकि अन्य को तालईमन्नार स्थित मत्स्य निरीक्षण कार्यालय को सौंपा जाएगा।
श्रीलंका के राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे ने इससे पहले गिरफ्तार भारतीय मछुआरों को सद्भावना के तौर पर रिहा करने का आदेश दिया था। राजपक्षे 26 मई को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे।
मछुआरों के मुद्दे पर भारत और श्रीलंका के बीच बातचीत पिछले महीने के शुरू में गतिरोध के साथ समाप्त हुई थी। वार्ताकारों के इस महीने फिर से मिलने का कार्यक्रम है। श्रीलंका ने अपने जलक्षेत्र में साल में 70 दिन के लिए मछली पकड़ने और बॉटम ट्रालिंग की अनुमति देने के तमिलनाडु के मछुआरों के आग्रह को ठुकरा दिया था।
श्रीलंकाई नौसेना ने 1 जून को दो अलग-अलग घटनाओं में 33 भारतीय मछुआरों को उस समय गिरफ्तार किया था जब वे कच्चातिवू के पास मछली पकड़ रहे थे। हालांकि, उनकी रिहाई के लिए राष्ट्रपति के आदेश के बाद एक अदालत ने 4 जून को उन्हें रिहा कर दिया था।
इस बीच, श्रीलंका के मछुआरा समुदाय ने इस बात की निन्दा की है कि भारतीय मछुआरों की रिहाई के कार्यक्रम की तरह श्रीलंकाई मछुआरों के लिए इस तरह का कार्यक्रम नहीं चलाया जा रहा।
उत्तर पूर्वी मत्स्य परिसंघ के एंटोन जेसुदासन ने कहा कि यद्यपि श्रीलंका ने भारतीय मछुआरों की रिहाई के मामले में तेजी से कार्रवाई की है, लेकिन इसी तरह के अपराध में भारतीयों द्वारा गिरफ्तार स्थानीय लोगों के मामले में अधिकारी आंखें मूंदे हुए हैं।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, June 8, 2014, 17:22