Last Updated: Tuesday, February 25, 2014, 16:21

लंदन : तालिबान के हमले में जीवित बची पाकिस्तानी किशोरी मलाला युसुफजई ने ब्रिटेन में महिला जननांग विकृति (एफजीएम) के खिलाफ अभियान का समर्थन किया है। 16 वर्षीय स्कूली छात्रा अब ‘हर लड़की के लिए शिक्षा के अधिकार के अपने वैश्विक अभियान’ के साथ इस मुद्दे पर भी ब्रिटिश स्कूलों में व्यापक जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से अपने किशोर साथियों के अभियान के साथ जुड़ गई हैं। मलाला अब बर्मिंघम में बस गई हैं। मलाला ने 17 वर्षीय फहिमा मोहम्मद के अभियान की प्रशंसा की और एफजीएम को लेकर स्कूलों में बेहतर शिक्षा के लिए आह्वान किया।
उन्होंने कहा, मैं फाहिमा के अभियान के प्रत्येक चरणों कों देखती हूं और मैं समझती हूं कि इतनी छोटी उम्र में वे काफी बड़ा काम कर रही हैं। 14 करोड़ से अधिक लड़कियों और औरतों को विकृत कर दिया जाता है। लेकिन पाकिस्तान में जिस तरह से लड़कियों को शिक्षा से दूर रखा जाता है ऐसे में हमें अगली पीढ़ी के लिए एक दूसरे के साथ मिलकर और मजबूती से इन चुनौतियों का सामना करना होगा। मैं उनकी बहन की तरह हूं और मैं उनके साथ हूं।(एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 25, 2014, 16:13