Last Updated: Wednesday, April 30, 2014, 22:29
पर्थ : ऑस्ट्रेलिया ने आज कहा कि लापता मलेशियाई विमान का पता लगाने के लिए गहन हवाई खोज अभियान समाप्त हो गया है। ऑस्ट्रेलिया ने साथ ही एक मरीन अन्वेषण कंपनी के इस दावे को खारिज किया कि उसे बंगाल की खाड़ी में विमान का संभावित मलबा मिला है।
सात हफ्तों तक असफल हवाई खोज के बाद, बहुराष्ट्रीय हवाई तलाश अभियान पूरा हो गया। लेकिन कुछ पोत हिंद महासागर में रूके रहेंगे ताकि अगर कोई मलबा हो तो उसका पता लगाया जा सके। आगामी दिनों में, खोज अभियान के लिए रोके गये पोत तलाश क्षेत्र में आवागमन करेंगे। ऑस्ट्रेलियाई वायुसेना के एपी3सी ओरियन को भी तैनात किया गया है। सतह और हवाई खोज अभियान में शामिल अन्य पेात और विमान आगामी दिनों में अपने अपने राष्ट्र के कार्यों के लिए जाएंगे।
इस बीच, मलेशिया के लापता विमान की तलाश का नेतृत्व कर रहे संयुक्त एजेंसी समन्वय केन्द्र (जेएसीसी) ने मरीन अन्वेषण कंपनी जियोरेजोनेंस के इस दावे को खारिज कर दिया कि उसे वर्तमान खोज क्षेत्र से पांच हजार किलोमीटर की दूरी पर स्थित उत्तरी बंगाल की खाड़ी में विमान का संभावित मलबा मिला है। बंगाल की खाड़ी भारत और म्यांमा के बीच स्थित है। पर्थ के जेएसीसी ने कहा कि आस्ट्रेलिया नीत खोज अभियान लापता विमान का पता लगाने के लिए उपग्रह से मिली सूचना और अन्य डेटा पर भरोसा करके कदम उठा रहा है।
जेएसीसी ने कहा कि ‘जियोरेजोनेंस’ रिपोर्ट द्वारा बताया गया क्षेत्र ‘इस डेटा से तैयार किया गया संभावित खोज अभियान स्थल का हिस्सा नहीं है।’ जेएसीसी ने कहा कि संयुक्त अंतरराष्ट्रीय दल इस बात से संतुष्ट है कि लापता विमान का अंतिम स्थल संभावित खोज क्षेत्र के दक्षिणी भाग में है। एडीलेड के जियोरेजोनेंस ने कल दावा किया था कि उसे बंगाल की खाड़ी में मलेशियाई विमान का मलबा मिल सकता है।
हालांकि खोज में लगे देशों का कहना है कि वे ‘इस सूचना की विश्वसनीयता’ का आकलन कर रहे हैं। उधर, जेएसीसी ने कहा कि साइड स्कैन सोनार से लैस अमेरिकी नौसैन्य पनडुब्बी ‘ब्लूफिन 21’ ने अपने 16 मिशन पूरे कर लिए। जेएसीसी ने एक बयान में कहा कि ‘ब्लूफिन 21’ उस 314 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में खोज कार्य पूरा कर चुकी है जहां ‘टोउड पिंगर लाकेटर’ ने सिग्नलों का पता लगाया था। अब वह पास के क्षेत्रों में तलाश करेगी।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 30, 2014, 22:29