Last Updated: Friday, October 4, 2013, 09:57
वाशिंगटन : अफगानिस्तान और पाकिस्तान में आतंकी संगठन के नेताओं से मुलाकात करके उनसे धन ले चुके अलकायदा के एक ट्यूनीशियाई सदस्य को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया है। इस प्रत्यर्पण की जानकारी अमेरिकी न्याय मंत्रालय ने दी है।
निजार तरबेल्सी नामक इस व्यक्ति को बेल्जियम में 13 सितंबर 2001 को गिरफ्तार किया गया था। तब तक यह कोई भी योजनाबद्ध हमला नहीं कर सका था। वहां 12 साल तक हिरासत में रहने के बाद जब उसकी बेल्जियम द्वारा लगाए गए आरोपों की सजा पूरी हो गई तो तरबेल्सी का प्रत्यपर्ण कल अमेरिका कर दिया गया ताकि वह वहां लगे आरोपों का सामना कर सके।
43 वर्षीय तरबेल्सी पर कोलंबिया की जिला अदालत की ज्यूरी द्वारा 2006 में अभियोग चलाया गया था। इसके अगले साल एक अन्य अभियोग ने इसकी जगह ले ली थी। तरबेल्सी पर लगे आरोपों के अनुसार, वह 2001 में अमेरिकी हितों के खिलाफ आत्मघाती बम हमले में शामिल होने की इच्छा लेकर ओसामा बिन लादेन से मिला था।
अभियोग के अनुसार, अगले कुछ माह में वह यूरोप में रसायन हासिल कर रहा था और अन्य लोगों को अपने साथ मिला रहा था ताकि अमेरिका और अमेरिकी वायुसेना द्वारा इस्तेमाल किए जा रही सैन्य सुविधा को निशाना बनाया जा सके।
तरबेल्सी पर अमेरिकी नागरिकों को अमेरिका से बाहर मारने का षडयंत्र रचने, जनसंहारक हथियारों के प्रयोग की साजिश करने और इसकी कोशिश करने, विदेशी आतंकी संगठन को साजोसामान तथा धन मुहैया कराने के आरोप हैं। वर्ष 2000 में वह जर्मनी में रह रहा था, जब वह अन्य षड्यंत्रकारियों से मिला। उसने जेहाद के प्रशिक्षण के लिए अफगानिस्तान यात्रा की तैयारी की।
अभियोग के अनुसार, लादेन के निर्देशों के अनुसार, उसने बाद में अलकायदा के मुख्य आतंकी योजनाकार और उच्च स्तरीय सदस्य मुहम्मद अतेफ से भी बात की। उसने अन्य लोगों के साथ भी मुलाकात की, जिनके साथ वह आत्मघाती हमला करने के लिए एक प्रकोष्ठ बनाने वाला था। तरबेल्सी और अन्य साजिशकर्ताओं ने आत्मघाती बम हमले के लिए विभिन्न लक्ष्यांे पर चर्चा की और फिर विस्फोटक लगाने का प्रशिक्षण लिया।
जून 2001 में वह पाकिस्तान गया जहां उसने अलकायदा सहयोगी से इस अभियान के लिए धन लिया। इसके बाद उसने बेल्जियम के ब्रुसेल्स में एक अपार्टमेंट लिया। वहां पर उसने एक हजार किलो का बम बनाने के लिए जरूरी रसायन खरीदे। अभियोग के अनुसार, उसने रात को साजिशकर्ताओं के साथ सैन्य शिविर का दौरा किया। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 4, 2013, 09:57