Last Updated: Tuesday, May 13, 2014, 14:26

वाशिंगटन : भाजपा नेता नरेंद्र मोदी को वीजा प्रदान करने के मुद्दे पर अमेरिका अभी भी चुप्पी साधे हुए है जिनकी पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन (राजग) के चुनाव सर्वेक्षणों में भारत में अगली सरकार बनाने की संभावना व्यक्त की गई है। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत में नई सरकार के गठन को लेकर उत्सुक हैं और उन्होंने नई दिल्ली के साथ मिलकर काम करने का निश्चय दोहराया है।
विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन पसाकी ने संवाददाताओं से कहा कि हम वीजा स्वीकार करने, आवेदनों जैसे विषयों पर कुछ नहीं बोलते हैं। इसलिए इस बारे में मुझे कहने को कुछ नहीं है। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के वीजा मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम भारत के साथ अपने संबंधों को आर्थिक, सामरिक जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों के आधार पर देखते हैं और इन्हें हम भविष्य में भी आगे बढ़ाना चाहते हैं।
गौरतलब है कि 2005 में अमेरिकी विदेश विभाग ने 2002 के गुजरात दंगों के बाद कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन के आधार पर मोदी का अमेरिका दौरे के लिए दिया गया वीजा आवेदन रद्द कर दिया था। हालांकि उसके कई सालों बाद हाल में अमेरिकी राजदूत नैंसी पॉवेल ने उनसे गुजरात जाकर मुलाकात की थी, जिसके बाद यह कयास लगाया जाने लगा था कि अमेरिकी प्रशासन अब मोदी के सामने अपने रुख में नरमी लाने के लिए तैयार है।
उधर, ओबामा ने कल एक बयान में कहा कि चुनाव के परिणामों की घोषणा होने के बाद नई सरकार के गठन को लेकर तथा आने वाले वर्षों को परिवर्तनकारी बनाने की खातिर भारत के नए प्रशासन के साथ मिलकर काम करने के लिए हम उत्सुक हैं। भारत में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान कल समाप्त हुआ है और सफल चुनाव के लिए ओबामा ने भारत की जनता को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय चुनाव संपन्न होने पर मैं भारत की जनता को बधाई देता हूं। भारत ने इतिहास में सबसे बड़े लोकतांत्रिक चुनाव संपन्न कर दुनिया के सामने एक उदाहरण पेश किया है। यह विविधता और स्वतंत्रता के हमारे साझा मूल्यों का जीवंत प्रदर्शन है। संसद के करीब 543 सदस्यों को चुनने के लिए 50 करोड़ से अधिक भारतीय मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया और निर्वाचित संसद सदस्य नए प्रधानमंत्री का चयन करेंगे। मतदान समाप्त होने के बाद कई एग्जिट पोल जारी किए गए जिससे संकेत मिलता है कि भाजपा की अगुवाई में राजग सरकार बनाएगा क्योंकि 16 मई को परिणामों की घोषणा होने पर पार्टी के, अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अकेले सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने की संभावना है।
पिछले एक दशक में देश पर शासन करने वाली कांग्रेस को करीब 100 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। निवर्तमान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस साल के शुरू में ही घोषणा कर चुके हैं कि वह तीसरा कार्यकाल नहीं चाहेंगे। ओबामा ने अपने बयान में कहा कि पिछले दशकों के दौरान दोनों देशों के बीच पार्टी लाइन से हट कर मजबूत मित्रता विकसित हुई है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच पिछले दो दशकों के दौरान मजबूत मित्रता और व्यापक भागीदारी विकसित हुई है जिससे हमारे नागरिक और अधिक सुरक्षित तथा समृद्ध हुए हैं। इसके कारण, वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए मिलजुलकर काम करने की हमारी क्षमता भी बढ़ी है।
First Published: Tuesday, May 13, 2014, 14:26