अफ्रीका में आतंकी ठिकानों पर अमेरिकी कमांडो का हमला

अफ्रीका में आतंकी ठिकानों पर अमेरिकी कमांडो का हमला

वाशिंगटन : विदेश में छुपे खूंखार आतंकवादियों को पकड़ने के प्रति अमेरिका के दृंढ़ संकल्प का संकेत देते हुए अमेरिकी कमांडो ने अलकायदा के एक भगौड़े आतंकी को लीबिया की सड़कों से गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा एक अलग सैन्य कार्रवाई में अमेरिकी नौसेना के सील कमांडो ने सोमालिया में समुद्र किनारे स्थित आतंकी संगठन अल शबाब के एक ठिकाने पर छापा मारा।

लीबिया की राजधानी त्रिपोली में अमेरिकी विशेष बल के एक अभियान में नजीह अब्दुल हमद अल रकई उर्फ अनस अल लिबी को कल हिरासत में ले लिया गया। वर्ष 1998 में अफ्रीका में स्थित एक अमेरिकी दूतावास में हुए बम धमाकों में कथित भूमिका के लिए वांछित लिबी पर एफबीआई ने 50 लाख अमेरिकी डॉलर के इनाम की घोषणा कर रखी थी। लिबी की गिरफ्तारी को एक बड़ी सफलता करार देते हुए अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि वह जिंदा है और अमेरिकी हिरासत में है।

पेंटागन के प्रवक्ता जॉर्ज लिटिल ने कहा, आतंक विरोधी अमेरिकी अभियान के फलस्वरूप अबू अनस अल लिबी को अमेरिकी सेना ने गिरफ्तार कर लीबिया के बाहर एक सुरक्षित स्थान पर अपनी हिरासत में रखा है। इसके साथ ही अमेरिकी नौसेना के सील कमांडो ने सोमालिया में अल कायदा और अल शबाब के ठिकानों पर भी आज तड़के हमला किया।

पेंटागन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कल तड़के अंजाम दिए गए इस अतिगोपनीय अभियान की पुष्टि करते हुए आज बताया कि इस हमले का लक्ष्य कीनिया में वेस्टगेस्ट मॉल पर हुए हमले में कथित रूप से शामिल अल शबाब के शीर्ष आतंकियों को पकड़ना था। कीनिया के इस प्रसिद्ध मॉल पर हुए आतंकी हमले में कई भारतीयों सहित करीब 70 लोग मारे गए थे।
न्यूयॉक टाइम्स ने एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के हवाले से बताया है कि संभवत: इस सैन्य कार्रवाई में शबाब नेता मारा गया है, लेकिन इसकी पुष्टि से पहले ही नौसेना सील को वहां से हटना पड़ गया। अमेरिकी नौसेना के सील कमांडो दस्ते को भारी गोलीबारी के बाद संदिग्ध आतंकियों को पकड़ने का अपना यह अभियान बीच में ही बंद करना पड़ा। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि इस हमले में कोई भी अमेरिकी सैनिक हताहत नहीं हुआ है।

इस बीच लंदन से प्राप्त खबरों के मुताबिक, आतंकी समूह अल शबाब की लंदन इकाई के एक कथित सदस्य की ब्रिटिश नागरिकता छीन ली गई है। ब्रिटेन की गृह मंत्री थेरेसा मेय ने नैरोबी नरसंहार में शामिल समूह से जुड़े कम से कम चार लोगों का पासपोर्ट राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर रद्द कर दिया है। ‘संडे टाइम्स’ की खबर में आज बताया गया है कि आतंकियों से संबंध रखने वाला पांचवां व्यक्ति इथोपियाई मूल का है और फिलहाल लंदन में रहता है। वह मानवाधिकार कानूनों के जरिए अपना निर्वासन रोकने का प्रयास कर रहा है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, October 6, 2013, 16:33

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