एशियाई धुरी को लेकर चीन को गंभीर चिंताएं हैं: अमेरिका

एशियाई धुरी को लेकर चीन को गंभीर चिंताएं हैं: अमेरिका

एशियाई धुरी को लेकर चीन को गंभीर चिंताएं हैं: अमेरिका  वाशिंगटन: अमेरिका के एक शीर्ष खुफिया अधिकारी ने यह बात स्वीकार की है कि अमेरिकी की एशियाई धुरी की रणनीति को लेकर चीन गंभीर रूप से चिंतित है। नेशनल इंटेलीजेंस के निदेशक जेम्स क्लैपर ने सांसदों से कहा कि यह चिंता इलाके में चीन के आक्रामक व्यवहार से प्रतिबंबित होती है।

पूर्व और दक्षिण चीन सागर में चीन के हाल के आक्रामक व्यवहार के बारे में पूछे जाने पर क्लैपर ने कहा कि चीन खुद को एक वैश्विक खिलाड़ी के रूप में देखता है। उन्होंने कहा कि चीन को लगता है कि उसका उसके और ताइवान के बीच दक्षिण चीन सागर और इन द्वीपों में विवादित सीमा रेखा पर ऐतिहासिक अधिकार है।

क्लैपर ने खुफिया मामलों की सीनेट की स्थायी चयन समिति के सामने कहा कि अमेरिका चीन की साइबर गतिविधियों और पूर्वी चीन सागर में उसकी हालिया गतिविधियों को लेकर चिंतित है। क्लैपर ने कहा कि चीन का तथाकथित एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन अंतरराष्ट्रीय कानून का अपमान है। इस तरह के कदमों से वाशिंगटन और चीन के बीच गलतफहमियां बढने का खतरा बढ गया है जिसके कारण खुफिया विभाग की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। उन्होंने चीन की साइबर और अंतरिक्ष संबंधी गतिविधियों को लेकर भी चिंता व्यक्त की।

क्लैपर ने कहा, ‘ मैं इस बात को लेकर बहुत चिंतित हूं कि चीन ने परीक्षण किए हैं और उन्होंने एक विनाशकारी, अपने खुद के उपग्रह के खिलाफ उपग्रह विरोधी परीक्षण किए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘ इन गतिविधियों से पता चलता है कि देश हमारे उपग्रहों को नष्ट करने की क्षमता पर काम कर रहे हैं जिन पर हमारा रोजाना का जीवन और सेना की खुफिया क्षमताएं निर्भर करती हैं।’ (एजेंसी)



First Published: Wednesday, February 5, 2014, 11:43

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