Last Updated: Monday, February 17, 2014, 17:03

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सोमवार को कहा कि तालिबान द्वारा 23 सैनिकों की हत्या का उद्देश्य निर्णायक चरण में पहुंची शांति वार्ता में अडंगा डालना है।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं का शांति प्रक्रिया पर नकारात्मक असर पड़ता है। पाकिस्तान ऐसे खूनखराबा को नहीं बर्दाश्त कर सकता।
शरीफ ने कहा कि सरकार ईमानदारी और गंभीरता से तालिबान के साथ वार्ता में उतरी है जिसके बारे में सर्वदलीय बैठक में निर्णय लिया गया था।
उन्होंने कहा, ‘जब हम निर्णायक चरण में पहुंच गए तब उसमें अडंगा डाला गया।’ हालांकि उनके बयान से इस बात का आभास नहीं मिला है कि सरकार अब क्या करेगी।
रविवार देर रात मीडिया घरानों को वीडियो बयान जारी कर मोहम्मद एजेंसी तालिबान प्रमुख उमर खालिद खुरसानी ने कहा कि कि पाकिस्तान में हिरासत में तालिबान योद्धाओं को मारे जाने का बदला लेने के लिए उन्होंने कल सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 17, 2014, 16:56