Last Updated: Thursday, December 19, 2013, 10:42

न्यूयार्क: वरिष्ठ भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े के मामले से पैदा हुए विवाद से बेपरवाह अमेरिकी अभियोजक प्रीत भरारा ने दावा किया कि देवयानी के साथ ‘शिष्टाचार बरता गया था’ और गिरफ्तारी के वक्त उन्हें हथकड़ी नहीं लगाई गई थी।
भरारा ने यह भी प्रण किया कि चाहे कितने भी प्रभावशाली, धनी या रसूखदार हों कानून तोड़ने वालों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। अमेरिकी अभियोजक ने लंबी और असामान्य व्याख्या में कहा कि देवयानी मामले की रिपोर्टिंग में ‘गलत सूचनाएं और तथ्यगत गलती’ रही जो ‘उत्तेजक माहौल पैदा’ कर रही है।
भरारा ने कहा, ‘देवयानी खोबरागड़े के खिलाफ आरोपों पर रिपोर्टिंग में बहुत गलत सूचनाएं और तथ्यगत गलतियां हैं। इन गलतियों को दुरूस्त करना अहम है क्योंकि वे लोगों को गुमराह कर रही हैं और बिना किसी बुनियाद के उत्तेजक माहौल पैदा कर रही हैं।’ अमेरिकी अभियोजक ने कहा, ‘हालांकि जो मैं कह सकता हूं उसे एक अभियोजक के रूप में मेरी भूमिका खासी सीमित करती है, जो कई तरह से मैं यहां मामले का खुलासा जिस हद तक करना चाहता हूं उसे करने की मेरी क्षमता को रोकती है। बहरहाल, मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि अब तक जो सार्वजनिक रेकार्ड रहा है वह और स्पष्ट हो’। मैनहटन के शीर्ष संघीय अभियोजक भरारा ने कहा कि देवयानी ने राजनयिकों और काउंसिलर अधिकारियों के घरेलू कर्मियों को शोषण से बचाने के लिए बनाए गए अमेरिकी कानून का उल्लंघन किया है।
उन्होंने कहा ‘इस मामले में इस पद की कुल मंशा, तमाम मामलों की तरह, कानून के शासन को बुलंद करना है, पीड़ितों की रक्षा करना है और जो कोई कानून तोड़ता है उसे जवाबदेह बनाना है, चाहे समाज में उनकी जो भी हैसियत हो, चाहे वे कितने प्रभावशाली, धनी या रसूख वाले हों।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 19, 2013, 10:42