हवाई रक्षा क्षेत्र पर तनाव के बीच चीन पहुंचे अमेरिकी उपराष्ट्रपति

हवाई रक्षा क्षेत्र पर तनाव के बीच चीन पहुंचे अमेरिकी उपराष्ट्रपति

हवाई रक्षा क्षेत्र पर तनाव के बीच चीन पहुंचे अमेरिकी उपराष्ट्रपतिबीजिंग : पूर्वी चीन सागर में विवादित द्वीपों पर चीन के नए हवाई रक्षा क्षेत्र पर विवाद के बीच अमेरिकी उपराष्ट्रपति जो बाइडेन शीर्ष चीनी रहनुमाओं से मुलाकात करने आज यहां पहुंचे। बाइडेन तोक्यो पहुंचे जहां उन्होंने जापानी नेताओं के साथ वार्ता के बाद चीनी हवाई रक्षा शिनाख्त क्षेत्र (एडीआईजेड) पर अमेरिका की ओर से चिंता जताई थी।अमेरिकी उपराष्ट्रपति की दो दिन की यात्रा एडीआईजेड पर उभरे मौजूदा तनाव से बहुत पहले तय हुई थी।

बाइडेन चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और चीनी प्रधानमंत्री ली क्विंग से मुलाकात करेंगे जिनके साथ वह अनेक द्विपक्षीय मुद्दों पर, खास तौर पर एडीआईजेड पर तनातनी के मुद्दे पर चर्चा करेंगे। बाइडेन की चीन यात्रा को बहुत अहमियत दी जा रही है क्योंकि माना जाता है कि चिनफिंग और उनके बीच अपेक्षाकृत निकट संबंध हैं।

चीन ने पिछले माह एक नये हवाई रक्षा शिनाख्त क्षेत्र की घोषणा की थी और कहा था कि क्षेत्र से गुजरने वाले विमानों को उसके नियम-कायदों का पालन करना पड़ेगा जिसमें उड़ान योजनाओं का ब्योरा देना शामिल है।

एडीआईजेड के दायरे में जापानी नियंत्रण वाला द्वीप आता है जिसपर जापान का दावा है। इसके साथ ही, उसके दायरे में एक डूबी हुई चट्टान है जिसपर दक्षिण कोरिया का दावा है। अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने चीन के हवाई रक्षा क्षेत्र को खारिज कर दिया है। उन्होंने एडीआईजेड से अघोषित सैन्य विमान भेजा है। बाइडेन की यात्रा से पहले, चीनी सेना ने एक कठोर बयान जारी किया है और कहा है कि इसे लागू करने की उसकी अटल इच्छाशक्ति है। चीनी सेना ने कल राज एडीआईजेड में अपने वायुसेना विमान भेजे हैं।

चीनी रक्षा मंत्रालय से जारी एक बयान में कहा गया है, कुछ लोगों को पूर्वी चीन सागर एडीआईजेड में चीन की निगरानी क्षमताओं पर शक है। राष्ट्रीय सरजमीन और वायुसीमा की सुरक्षा करने की चीनी सेना का संकल्प और इच्छाशक्ति अटल है और सेना इसपर प्रभावी नियंत्रण लागू करने में पूरी तरह सक्षम है। चीन रवाना होने से पहले बाइडेन ने तोक्यो में कल जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे से वार्ता की और पूर्वी चीन सागर में यथास्थिति बदलने के एकतरफा प्रयास पर चिंता जताई।

अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने कहा, इस कार्रवाई ने क्षेत्रीय तनाव बढ़ाया है और दुर्घटना तक गलत आकलन की जोखिम बढ़ाई है। हम यहां जापान में और कोरिया में इस मुद्दे पर अपने सहयोगियों से गहन मशवरा कर रहे हैं जहां मैं जल्द ही, इसी हफ्ते जाउंगा। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, December 4, 2013, 13:53

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