Last Updated: Sunday, December 1, 2013, 21:03
ढाका : बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आज अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी एवं बीएनपी प्रमुख खालिदा जिया पर आरोप लगाया कि उन्होंने विपक्ष की हाल की हिंसक हड़ताल और नाकेबंदी के दौरान नरसंहार का सहारा लिया। उस दौरान 28 लोग मारे गए थे। हसीना ने ढाका मेडिकल हॉस्पिटल में फिलहाल इलाज करा रहे कई घायलों से मिलने के बाद कहा, हिंसा में जिस तरह लोग मारे जा रहे हैं वह नरसंहार के समान है। हसीना ने पूर्व प्रधानमंत्री को इस बात को लेकर आड़े हाथ लिया कि वह आम लोगों की जान से खिलवाड़ कर रही हैं।
प्रधानमंत्री ने हालिया हिंसा के पीछे शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का संकल्प लेते हुए कहा, विपक्षी नेता (जिया) वातानुकूलित कमरे में रहती हैं और लोगों की जान लेने का हुक्म देती हैं। मैं उन्हें माफ नहीं करूंगी। उन्होंने कहा, हम सख्त कार्रवाई करेंगे। हम उन्हें न्याय के दायरे में लाने के लिए जरूरी कार्रवाई करेंगे। विपक्षी कार्यकर्ताओं द्वारा आज देश भर में रेल पटरियों को उखाड़े जाने और वाहनों को आग के हवाले किए जाने की घटनाओं के मद्देनजर उनकी यह टिप्पणी आई है। 72 घंटे की हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी रही। बीएनपी नीत 18 दलीय गठबंधन ने हसीना द्वारा गठित अंतरिम सरकार को खारिज कर दिया है और चुनाव कराने के लिए एक गैर पार्टी सरकार गठित करने की मांग की।
अवामी लीग ने इस मांग को असंवैधानिक करार देते हुए खारिज कर दिया है जबकि हसीना ने विपक्ष से बहुदलीय कार्यवाहक सरकार में शामिल होने को कहा है। उन्होंने बीएनपी को गृह मंत्रालय तक की पेशकश की है। पुलिस ने बीएनपी के 17 कार्यकर्ताओं के खिलाफ शुक्रवार को मामला दर्ज किया। इन लोगों पर बृहस्पतिवार को एक बस में आगजनी के लिए लोगों को उकसाने का आरोप है। इसमें दो लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। मुख्य चुनाव आयुक्त काजी रकीबुद्दीन अहमद ने कहा कि चुनाव समिति संवैधानिक दायित्व के तहत 24 जनवरी 2014 तक चुनाव कराने को मजबूर है। हसीना ने आरोप लगाया कि बीएनपी चुनावों का बहिष्कार करने की कोशिश कर रही है क्योंकि उसे हार का डर सता रहा है। एक अनुमान के मुताबिक जनवरी से राजनीतिक हिंसा में देश में 348 लोग मारे गए हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 1, 2013, 21:03