Last Updated: Wednesday, December 4, 2013, 16:01

इस्लामाबाद : दिवंगत बलूच राष्ट्रवादी नेता अकबर खान बुगती के बेटे ने पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ की हत्या करने पर दिए जाने वाले ईनाम को दोगुना कर दिया है। बुगती के बेटे ने मुशर्रफ को मारने पर दो अरब रुपए और 200 एकड़ खेती की जमीन देने की घोषणा की है।
वर्ष 2006 में मुशर्रफ के शासनकाल में एक सैन्य अभियान में मारे गए बलूच नेता के चौथे बेटे तलाल अकबर बुगती ने इससे पहले 9 अक्टूबर, 2010 को क्वेटा में एक संवाददाता सम्मेलन में मुशर्रफ को मारने पर एक अरब रपए और 100 एकड़ खेती की जमीन ईनाम में देने की घोषणा की थी। जम्हूरी वतन पार्टी के अध्यक्ष तलाल ने कहा कि वह मानवता के खिलाफ अपराध के लिए मुशर्रफ के सिर पर यह ईनाम रख रहे हैं।
कल रावलपिंडी में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के एक नेता के घर पर एक संवाददाता सम्मेलन में तलाल ने यह नयी घोषणा की। 2012 में अकबर बुगती के एक पोते ने पूर्व तानाशाह के सिर पर 10.1 करोड़ रुपए का ईनाम रखा था। बलूचिस्तान के कोहलू जिले में एक सैन्य में अकबर बुगती और उनके कई सहयोगियों की हत्या कर दी गयी थी। इस अभियान का आदेश मुशर्रफ ने दिया था जो तब देश के सैन्य प्रमुख और राष्ट्रपति दोनों थे।
मुशर्रफ बुगती की हत्या के मामले में एक आरोपी हैं लेकिन इस समय वह जमानत पर रिहा हैं। तलाल ने संविधान को निरस्त करने और देश में आपातकाल लागू करने के लिए अनुच्छेद 6 के तहत मुशर्रफ पर मुकदमा चलाने के सरकार के कदम का स्वागत किया और कहा कि उनकी पार्टी पीएमएल-एन सरकार के इस अच्छे कदम का पूरी तरह समर्थन करेगी।
तलाल ने मुशर्रफ पर अपनी गलत नीतियों द्वारा पाकिस्तान को बर्बाद करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुशर्रफ देश और समाज के खिलाफ जघन्य अपराधों में शामिल थे जिनमें बलूचिस्तान एवं लाल मस्जिद में सैन्य अभियान और अकबर बुगती की हत्या के मामले शामिल हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर माफ नहीं किया जाना चाहिए। तलाल ने कहा कि मुशर्रफ ने पाकिस्तान की सुरक्षा पर खतरा पैदा किया और देश की संप्रभुता एवं अखंडता को कमजोर किया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 4, 2013, 14:41