Last Updated: Wednesday, March 26, 2014, 17:30
वाशिंगटन : अमेरिका के एक शीर्ष कमांडर ने कहा है कि चीन द्वारा अपनी सैन्य शक्ति और विशेष रूप से नौसैन्य शक्ति के विस्तार का मकसद पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में शक्ति संतुलन को बदलना है।
अमेरिकी प्रशांत कमान (पीएसीओएम) के कमांडर एडमिरल सैम्युअल लोकलीयर ने सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के समक्ष कहा, ‘मैं इस बात से सहमत होऊंगा कि यह नौवहन रणनीति पूरी तरह से स्पष्ट है और उन्होंने निश्चित रूप से नौवहन क्षेत्र में अपने रक्षा खर्च को बढ़ाया है। इसलिए यह विस्तार की रणनीति है।’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन मेरा मानना यह है कि वे अपनी रणनीति पर ध्यान दे रहे हैं। वे मौजूदा स्थिति पर ध्यान दे रहे हैं और दक्षिणी चीनी समुद्र पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और मुझे लगता है कि वे अपनी रणनीति पर आगे बढ़ रहे हैं।’ लाकलीयर ने यह भी कहा कि उनके विचार से चीन की हालिया गतिविधियां भड़काऊ थीं और कई मामलों में देखा जाए तो चीन यथास्थिति को बदलना चाहता है।
समिति की बैठक के दौरान सांसदों ने चीन के सैन्य विस्तार पर चिंता जाहिर की और क्षेत्र में इसके चलते अमेरिकी प्रभाव पर पड़ने वाले असर पर भी विचार विमर्श किया। सीनेटर टिम काइने ने कहा, ‘चीन काफी तेजी से क्षेत्र में हमारे प्रभाव को चुनौती दे रहा है लेकिन रक्षा परिव्यय में 12 फीसदी की वृद्धि के बावजूद चीन को विश्व में हमें प्रभुत्व को कम करने से पहले कई दशकों का समय लगेगा।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 26, 2014, 17:30