पीएम नरेंद्र मोदी साथ काम करने को लेकर चीन उत्सुक

पीएम नरेंद्र मोदी साथ काम करने को लेकर चीन उत्सुक

पीएम नरेंद्र मोदी साथ काम करने को लेकर चीन उत्सुकबीजिंग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार के कार्यभार संभालने के बाद चीन ने भारत के नए नेतृत्व के साथ जल्दी ही उच्च स्तरीय संपर्क स्थापित कराने की आज रूचि जतायी ताकि राजनीतिक, व्यापार और आर्थिक क्षेत्रों में बातचीत को बढ़ावा मिल सके।

चीन के प्रभावशाली स्टेट कॉन्सिलर यांग जीची ने भारत के राजदूत अशोक के कांत के साथ यहां एक बैठक में कहा, चीन भारत के साथ संबंधों को उच्च महत्व देता है और भारत की नयी सरकार के साथ काम करने को तैयार है।

कहा जाता है कि पंचशील की 60वीं वषर्गांठ के समारोहों में भारत के एक शीर्ष नेता के शामिल होने को लेकर चीन उत्सुक है। पंचशील सिद्धांतों की शुरूआत तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और उनके तत्कालीन समकक्ष चाउ एनलाई ने संयुक्त रूप से की थी।

चीन, भारत और म्यामां के नेताओं के आयोजन में शामिल होने की संभावना है। यह आयोजन 28 जून को चीन में आयोजित होगा। पिछले साल चीन के राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने वाले शी चिनफिंग ने नयी सरकार के शपथ ग्रहण करने के बाद भारत की यात्रा को लेकर रूचि दिखायी है। पिछले साल चीनी प्रधानमंत्री ली क्विंग कार्यभार संभालने के बाद पहली विदेश यात्रा पर नयी दिल्ली गए थे ताकि भारत के साथ संबंधों के सुधार को लेकर चीनी नेतृत्व द्वारा दिए जाने वाले महत्व को जताया जा सके। मोदी की पहली विदेश यात्रा को लेकर यहां उत्सुकता बनी रहेगी।

चीनी प्रधानमंत्री ने कल मोदी के शपथ ग्रहण के बाद उन्हें बधाई दी थी। ली ने कहा कि चीन भारत को स्वाभाविक सहयोगी साझेदार मानता है और वह नरेंद्र मोदी नीत सरकार के साथ काम करने को तैयार है ताकि उनके रणनीतिक भागीदारी को नयी उंचाई तक ले जाया जा सके। अधिकारियों ने कहा कि उनके अगले कुछ दिनों में मोदी से फोन पर बातचीत करने की संभावना है क्योंकि परस्पर सुविधाजनक समय का पता लगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

भारतीय राजदूत के साथ बैठक के दौरान यांग ने सभी क्षेत्रों में सहयोग और संवाद को मजबूत बनाने की दिशा में बीजिंग की रूचि प्रदर्शित की। चीन की सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ ने यांग के हवाले से कहा, चीन द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए गति को बनाया रखना चाहेगा और एशिया तथा विश्व में शांति एवं प्रगति के लिए योगदान करना चाहेगा। भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा कि यांग ने भारतीय राजदूत से यह अनुरोध भी किया कि चीनी नेतृत्व की बधाइयों से मोदी नीत सरकार को अवगत करा दें।

बयान में कहा गया है कि उन्होंने रेखांकित किया कि रणनीतिक एवं सहयोगात्मक भागेदारी को बढ़ाने तथा इसे नयी उंचाई तक ले जाने के लिए चीन की सरकार भारत सरकार के साथ मिल कर काम करने को उत्सुक है। भारतीय राजदूत ने यांग को आश्वासन दिया कि भारत की भी इच्छा रणनीतिक सहयोग को मजबूत बनाने की है।

चीनी नेतृत्व ने मोदी के साथ राजनीतिक संपर्क स्थापित किया था जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। चीन ने गुजरात में 90 करोड़ डालर निवेश किया था। भारतीय राजदूत की चीन के शीर्ष अधिकारियों के साथ हाल के दिनों में यह दूसरी मुलाकात थी। इसके पहले उन्होंने 23 मई को चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की थी।
(एजेंसी)

First Published: Tuesday, May 27, 2014, 18:38

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