Last Updated: Wednesday, May 28, 2014, 21:55
बीजिंग : चीन के एक जनरल ने अमेरिका को ‘दुनिया का नंबर 1 साइबर चोर’ करार दिया और कहा है कि अमेरिका के साइबर जासूसी बल को अन्य देशों द्वारा भी दोषारोपित किया जाना चाहिए।
चीन की जन मुक्ति सेना के उप प्रमुख जनरल सन जिसागुओ ने एक अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा संगोष्ठी में यह बात कही। उन्होंने कहा, सैन्य एवं राजनीतिक खुफिया, दोनों के संदर्भ में तथा व्यापार गोपनीय सूचनाओं के मामले में अमेरिका दुनिया का नंबर 1 साइबर चोर है तथा उसके खुफिया बल को दोषारोपित किया जाना चाहिए।
सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने उनके हवाले से कहा कि अमेरिका का कदम एक चोर द्वारा यह चिल्लाने के समान है कि ‘चोर को रोको।’ उन्होने कहा कि अमेरिकी कदम अंतरराष्ट्रीय संबंधों को दिशानिर्देशित करने वाले मानकों का गंभीर उल्लंघन तथा चीन एवं अमेरिकी संबंधों को कमतर करता है।
चीन के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के इस बयान से पहले अमेरिका के न्याय विभाग ने पांच चीनी सैन्य अधिकारियों को वाणिज्यिक साइबर चोरी के आरोपों में दोषारोपित किया था।
सन ने कल कहा था, अमेरिकी पक्ष की ओर से यह कहा जाना हास्यास्पद है कि राजनीतिक एवं सैन्य खुफिया पर साइबर जासूसी करना एक आम चलन है जबकि वाणिज्यिक खुफिया जानकारी की चोरी करना गैर कानूनी है। उन्होंने कहा, जहां तक देश की सुरक्षा की बात है क्या राजनीतिक एवं सैन्य खुफिया, वाणिज्य गोपनीय जानकारी से अधिक महत्वपूर्ण नहीं हैं।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 28, 2014, 21:55