क्रीमिया जनमत संग्रह को मान्यता नहीं देगा अमेरिका : ओबामा

क्रीमिया जनमत संग्रह को मान्यता नहीं देगा अमेरिका : ओबामा

क्रीमिया जनमत संग्रह को मान्यता नहीं देगा अमेरिका : ओबामावाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि उनका देश क्रीमिया में हुए जनमत संग्रह को मान्यता नहीं देता है और उन्होंने रूस पर नए प्रतिबंध लगाने का इरादा जताया। व्हाइट हाउस ने रविवार को कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन वार्ता में ओबामा ने कहा कि यूक्रेन के स्वायत्त गणराज्य में मतदान यूक्रेन के संविधान का उल्लंघन है। ओबामा ने कहा कि यह रूसी सैन्य हस्तक्षेप के दबाव में कराया गया है।

ओबामा ने कहा कि अमेरिका और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय जनमत संग्रह को कभी मान्यता नहीं देंगे।प्रारंभिक परिणामों के मुताबिक इसमें 95.5 फीसदी मतदाताओं ने रूस के साथ जुड़ने का समर्थन किया है।

उन्होंने पुतिन से कहा कि अमेरिका, यूरोपीय संघ और कई अन्य देश जनमत संग्रह के परिणाम को मान्यता नहीं देंगे। यह यूक्रेन की संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है। अमेरिका और उसके यूरोपीय साझेदार जनमत संग्रह के बाद रूस पर प्रतिबंध लगाने के लिए तैयारी कर चुके हैं।

अमेरिका ने रूस के साथ व्यापार वार्ता और सैन्य वार्ता रद्द कर दी है। क्रीमिया पर कब्जा करने से जुड़े रूसी और यूक्रेन के कई लोगों के वीसा प्रतिबंधित कर दिए गए हैं और उनकी संपत्ति भी प्रतिबंधित कर दी गई है। पुतिन ने हालांकि ओबामा से कहा कि रविवार को हुआ जनमत संग्रह अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुरूप है।

पुतिन ने इससे पहले जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल से कहा था कि रूस क्रीमिया के फैसले का सम्मान करेगा। क्रीमिया ऐतिहासिक रूप से रूसी संघ का हिस्सा रहा है। मई 1954 में इस क्षेत्र को यूक्रेन को हस्तांतरित कर दिया गया था, जो तब सोवियत संघ का एक गणराज्य था। (एजेंसी)

First Published: Monday, March 17, 2014, 12:17

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