Last Updated: Wednesday, April 2, 2014, 23:00

बीजिंग : पहले यूरोपीय दौरे पर अरबों डॉलर के व्यापारिक समझौते करके नयी लहर पैदा करने वाले राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सत्ता में सीपीसी के एकछत्र राज के पक्ष में मजबूत तर्क देते हुए कहा कि बहु-दलीय लोकतंत्र के कई असफल प्रयासों के बाद चीन ने अंतत: एक-दलीय प्रणाली को अपनाया है।
यूरोपीय संघ के एक सप्ताह लंबे दौरे की समाप्ति पर बेल्जियम के ब्रुजेस के कॉलेज ऑफ यूरोप के छात्रों को संबोधित करते हुए शी ने कहा, चीन किसी अन्य देश की राजनीतिक प्रणाली या विकास मॉडल की नकल नहीं कर सकता है ‘क्योंकि यह हमें रास नहीं आएगा और इसके भयावह परिणाम होने की भी आशंकाएं हैं।’
उन्होंने कहा, ‘फल भले ही एक जैसे नजर आएं, लेकिन स्वाद बहुत अलग होगा।’ उन्होंने कहा कि चीनी संस्कृति, परंपराओं, इतिहास और परिस्थितियां तय करती हैं कि चीन को एक ऐसे विकास पथ पर चलने की जरूरत है जो उसकी वास्तविकता को रास आए।
अपने देश की एक-दलीय व्यवस्था के पक्ष में राष्ट्रपति शी ने कहा, ‘वास्तव में हमने वैसी राह खोज ली है और उस रास्ते पर चलते हुए सफलता भी प्राप्त की है।’ उन्होंने कहा कि 1911 में सन यात सेन के नेतृत्व में हुई क्रांति ने हजारों वर्षों से चीन पर राज कर रही तानाशाही राजशाही को उखाड़ फेंका था और उसके बाद चीन ने कई प्रणालियों का परीक्षण किया।
सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ के अनुसार, शी ने कहा, ‘अंतत: चीन ने समाजवाद का राह अपनाया। यह स्वीकार करता हूं कि समाजवाद की स्थापना के राह में कुछ अनुभव बेहद सफल रहे हैं तो कुछ गलतियां भी हुई हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 2, 2014, 23:00