Last Updated: Friday, December 27, 2013, 12:04

वाशिंगटन: भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की घरेलू सहायिका संगीता रिचर्ड के लिए दिये वीजा आवेदन के स्क्रीनशॉट (कंप्यूटर द्वारा ली गई छवि) से पता चलता है कि अमेरिकी अधिकारियों ने वेतन के संदर्भ में दी गई सूचना को गलत ढंग से पढ़ा।
अमेरिकी विदेश विभाग के जांच अधिरकारियों ने देवयानी को मिलने वाले 4,500 डॉलर के वेतन को उनकी घरेलू सहायिका संगीता का वेतन समझ लिया। सूत्रों का कहना है कि इसी गलतफहमी में भारतीय राजनयिक देवयानी की वीजा संबंधी मामले में बीते 12 दिसंबर को गिरफ्तारी हुई। वीजा आवेदन के प्रथम पृष्ठ और राजनयिक सुरक्षा ब्यूरो की ओर से दर्ज शिकायत से इसका प्रमाण मिलता है।
सूत्रों ने पीटीआई को स्क्रीनशॉट मुहैया कराई है जिसके अनुसार वीजा आवेदन के संबंधित पृष्ठ (डीएस-160) पर स्पष्ट तौर पर लिखा गया है कि रोजगारदाता (देवयानी) का वेतन 4,500 डॉलर है, न कि घरेलू सहायिका का।
वीजा आवेदन के संबंधित पृष्ठ का आखिरी सवाल रोजगारदाता के वेतन के संदर्भ है और स्क्रीनशॉट से पता चलता है कि उसका जवाब 4,500 डॉलर दिया गया है। इसी सूचना के आधार पर राजनयिक सुरक्षा ब्यूरो ने 11 पृष्ठों की शिकायत दर्ज की और आरोप लगाया कि देवयानी ने घरेलू सहायिका को 4,500 डॉलर वेतन का वादा किया था।
ब्यूरो के विशेष एजेंट मार्क जे स्मिथ ने आरोप लगाया, ‘वीजा आवेदन से पता चलता है कि गवाह-1 को 4,500 डॉलर प्रति माह का वेतन दिया जाना था।’ इसी शिकायत की बुनियाद पर न्यूयॉर्क की एक अदालत ने देवयानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले की ओर से भी यही दावा किया गया कि घरेलू सहायिका को 4,500 डॉलर प्रति माह का वेतन दिया जाना था। इस मामले पर अमेरिकी विदेश विभाग की फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। (एजेंसी)
First Published: Friday, December 27, 2013, 12:04