भारत के साथ खत्म हो रहा गतिरोध, संबंधों को आगे बढ़ाना चाहते हैं : अमेरिका

भारत के साथ खत्म हो रहा गतिरोध, संबंधों को आगे बढ़ाना चाहते हैं: अमेरिका

भारत के साथ खत्म हो रहा गतिरोध, संबंधों को आगे बढ़ाना चाहते हैं: अमेरिकावाशिंगटन : अमेरिका ने उम्मीद जताई है कि भारत की वरिष्ठ राजनयिक की गिरफ्तारी से पैदा हुए संकट का जल्द अंत होगा। इसके साथ ही उसने कामकाज के फिर से पटरी पर लौटने और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने की इच्छा भी जताई।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय की उप प्रवक्ता मैरी हर्फ ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि स्पष्ट तौर पर, यह समय भारत और अमेरिका के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। हम चाहते हैं कि हमारा कामकाज फिर से पटरी पर लौटे और हम इसे (विवाद) पीछे छोड़ना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि दोनों पक्ष संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए एक साथ कम करें।

हर्फ ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि यह समय जल्द खत्म होगा। मुझे लगता है कि हम तेजी से उस बिंदु की ओर बढ़ रहे हैं और हम भारत सरकार के साथ मिलकर महत्वपूर्ण कदम उठाएंगे, ताकि हमारे संबंध सुधर सकें और वापस एक सकारात्मक स्तर पर आ सकें। हर्फ ने कहा कि हमारा ध्यान इस बात पर है कि क्या यह स्थिति खत्म हो रही है और क्या हम आगे बढ़ रहे हैं?

वरिष्ठ राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की गिरफ्तारी के बाद अमेरिका और भारत के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया था। देवयानी को वीजा धोखाधड़ी और गलत तथ्य पेश करने के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। पिछले सप्ताह अमेरिका ने देवयानी को देश छोड़ने के लिए कह दिया था और इस समय वह भारत में हैं। भारत ने अमेरिका पर न सिर्फ विएना संधि के उल्लंघन करने का आरोप लगाया बल्कि जवाब में उसने अमेरिकी राजनयिकों को मिलने वाले कई विशेषाधिकार भी वापस ले लिए। उसने एक अमेरिकी राजनयिक को नई दिल्ली से वापस चले जाने को कहा।

इस बीच हथियार नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की अमेरिकी उप विदेश मंत्री रोज़ ई गोटेमोलेर ने द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा के लिए अमेरिका में भारतीय राजदूत एस जयशंकर से मुलाकात की। हर्फ ने कहा कि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों ही पक्षों के लिए हमारे सामने मौजूद व्यापक लक्ष्य पर ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने परमाणु निरस्त्रीकरण, रक्षा और हथियार नियंत्रण पर बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग के महत्व को रेखांकित किया। जयशंकर दोनों देशों के बीच चल रहे संकट के इस दौर में ही अमेरिका आए हैं। वह कांग्रेस के सदस्यों से भी मुलाकात कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा कि यह हमारे किसी मुद्दे पर एक साथ काम करने का उदाहरण है। हमें इस तरह के कामकाज पर वापस लौटना है और उम्मीद है कि यह विवाद खत्म होने वाला है।

उधर, वरिष्ठ भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की स्वदेश रवानगी के साथ भले ही अमेरिका इस प्रकरण के खत्म होने की उम्मीद कर रहा हो, लेकिन भारत ने संकेत दिया कि वह रिश्तों के मामले में विगत के ‘अपने अनुभवों’ के आधार पर आगे बढ़ेगा। भारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वह देवयानी के खिलाफ वीजा धोखाधड़ी के आरोप हटाने पर जोर देना जारी रखेगा। देवयानी को न्यूयार्क में 12 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया और बाद में उन्हें जूरी ने अभ्‍यारोपित किया। अभ्‍यारोपण के फौरन बाद अमेरिका ने देवयानी से स्वदेश छोड़ने को कह दिया था, हालांकि उसने भारतीय राजनयिक को पूर्ण राजनयिक छूट भी प्रदान कर दी थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यहां कहा कि हम जैसी स्थिति होगी उसके अनुसार चलेंगे क्योंकि आगे और पीछे देखना महत्वपूर्ण है। भारत एवं अमेरिका के रिश्ते एक मुद्दे पर नहीं टिके हैं। कई सारे मुद्दों पर हम आपस में बातचीत कर रहे हैं। हम पूर्व में अपने अनुभवों की सतर्कता से समीक्षा करने के बाद इस मामले को लेंगे और हम अपने बीच व्यापक संबंधों पर आगे बढ़ेंगे। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, January 14, 2014, 09:22

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