Last Updated: Thursday, December 26, 2013, 08:30

न्यूयार्क: अमेरिका में नियुक्त भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े को गिरफ्तार करने के लिए मैनहटन के भारतीय मूल के वकील प्रीत भरारा के कार्यालय द्वारा दस्तावेजों के साथ गड़बड़ी की आशंकाएं जताई जाने लगी हैं। खोबरागड़े मामले के कारण दोनों देशों के बीच कूटनीतिक गतिरोध की स्थिति बन गई है। खोबरागड़े के वकील डेनियल अर्सचाक ने कुछ ऐसा ही दावा किया है। अर्सचाक का कहना है कि न्यूयार्क में तत्कालीन भारतीय उप महावाणिज्य दूत खोबरागड़े द्वारा अपनी नौकरानी के लिए दिए गए वीजा आवेदन को पढ़ने में एक संघीय एजेंट द्वारा "गलती और दुर्भाग्य" से हुई भूल के कारण ही खोबरागड़े को गिरफ्तार होना पड़ा।
`न्यूयार्क डेली न्यूज` ने अर्सचाक के हवाले से कहा कि एक अमेरिकी संघीय एजेंट ने मामले में गृह सहायक के लिए वीजा आवेदन के लिए भरे गए आवेदनपत्र को पढ़ने में गलती की। समाचार पत्र के अनुसार, अर्सचाक का मानना है कि एजेंट ने गलती से आवेदन पत्र में खोबरागड़े द्वारा उल्लिखित 4,500 डॉलर को नौकरानी संगीता रिचर्ड को दिया जाने वाला मासिक वेतन समझ लिया।(एजेंसी)
First Published: Thursday, December 26, 2013, 08:30