Last Updated: Saturday, December 14, 2013, 18:52

वाशिंगटन : अमेरिका ने आशा जतायी है कि न्यूयार्क में भारतीय उप महावाणिज्य दूत की गिरफ्तारी से उत्पन्न राजनयिक गतिरोध से भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध प्रभावित नहीं होंगे। भारत ने वरिष्ठ राजनयिक के साथ किये गए व्यवहार पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए इसे ‘‘पूर्ण रूप से अस्वीकार्य’’ करार दिया है।
भारत द्वारा दिल्ली में अमेरिकी राजदूत से कड़ी प्रतिक्रिया जताये जाने और मामले को मजबूती से उठाने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह मामले को संभाल रहा है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम इस मामले को कानून प्रवर्तन प्रणाली से संभाल रहे हैं। हमारी भारत के साथ एक दीर्घकालिक साझेदारी है और हम उम्मीद करते हैं कि यह साझेदारी जारी रहेगी।’’
भारत की उप महावाणिज्य दूत देवयानी खोब्रगड़े को गत गुरुवार को वीजा धोखाधड़ी के आरोपों में उस समय हिरासत में ले लिया गया था जब वह अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने के लिए गई थीं। बाद में उन्हें दो लाख 50 हजार रुपये के बांड पर रिहा कर दिया गया था।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यद्यपि मामले के ब्योरे पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए इसे अदालत में लंबित मामला करार दिया था। 39 वर्षीय खोब्रगड़े की गिरफ्तारी से एक दिन पहले ही भारतीय विदेश सचिव सुजाता सिंह ने वाशिंगटन की अपनी सफल यात्रा पूरी की थी।
राजनयिक की गिरफ्तारी से भारत और अमेरिका के बीच एक बड़ा राजनयिक संकट उत्पन्न हो गया है। भारत ने न्यूयार्क में अपने उप महावाणिज्य दूत की गिरफ्तारी पर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए अमेरिका से कहा है कि उसके राजनयिक के साथ ऐसा व्यवहार ‘‘पूरी तरह से अस्वीकार्य’’ है।
चार्ज डी अफेयर्स तरणजीत सिंह संधु के अमेरिकी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात किये जाने के बाद भारतीय दूतावास ने कल यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘साफ शब्दों में यह संदेश दे दिया गया कि हमारे एक राजनयिक से ऐसा व्यवहार पूरी तरह से अस्वीकार्य है।’’
बयान में कहा गया, ‘‘यह जोर देकर कहा गया कि डा देवयानी खोब्रगड़़े एक राजनयिक हैं जो कि अपने कर्तव्य निर्वहन के लिए अमेरिका में थीं और इसलिए वह उस देश में एक राजनयिक को मिलने वाले शिष्टाचार की हकदार थीं। इसके साथ ही वह दो बच्चों की एक युवा मां भी हैं।’’
बयान में कहा गया, ‘‘अमेरिकी अधिकारियों ने जिस तरीके से उन्हें अपमानित किया, उससे भारत सरकार इस मामले में हैरान और चकित है।’’ संधु ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कहा कि वे मामले को जल्द सुलझायें।
दिल्ली में विदेश सचिव सुजाता सिंह ने अमेरिकी राजदूत नैंसी पावेल को कल तलब किया और वरिष्ठ भारतीय राजनयिक के साथ किये गए व्यवहार पर ‘‘हैरानी’’ जताते हुए उसे ‘‘पूरी तरह से अस्वीकार्य’’ करार दिया।
गिरफ्तारी के बाद अमेरिकी उप विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल ने मामले पर भारतीय विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास से चर्चा की। खोब्रगड़़े के वकीलों ने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें राजनयिक छूट प्राप्त है जबकि संघीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने कहा कि उनकी कथित वीजा धोखाधड़ी विएना संधि में नहीं आती। (एजेंसी)
First Published: Saturday, December 14, 2013, 18:52