Last Updated: Friday, December 20, 2013, 18:17

वाशिंगटन : वरिष्ठ राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की कपड़े उतरवाकर तलाशी लेने के कारण भारत और अमेरिका के बीच विवाद पैदा हो जाने के साथ ही गिरफ्तारी के बाद तलाशी लेने की यह प्रक्रिया फिर से चर्चा में आ गई है।
अमेरिका की शीर्ष अदालत ने एक वर्ष पहले इस प्रक्रिया के पक्ष में फैसला सुनाया था लेकिन यह प्रक्रिया अब फिर से चर्चा का विषय बन गई है। देवयानी को वीजा धोखाधड़ी के आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया और कपड़े उतरवाकर तलाशी ली गई। देवयानी के साथ हुए इस व्यवहार के खिलाफ भारत ने जबरदस्त विरोध दर्ज कराया है। अमेरिका मार्शल सर्विस (यूएसएमएस) ने मंगलवार को पुष्टि की कि देवयानी की कपड़े उतारकर तलाशी ली गई।
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने गत वर्ष अप्रैल में आदेश दिया था कि अधिकारी किसी भी आरोप में गिरफ्तार व्यक्ति को जेल भेजने से पहले कपड़े उतरवाकर उसकी तलाशी ले सकते हैं, भले ही अधिकारियों के पास निषिद्ध वस्तुओं की मौजूदगी के बारे में संदेह करने का कोई कारण न हो। एक इंटरनेशनल अंग्रेजी अखबार ने यह आदेश दिए जाने के समय कहा था कि अदालत का यह आदेश कम से कम 10 अमेरिकी राज्यों के कानून के विपरीत है और संघीय अधिकारियों की नीतियों के खिलाफ है। न्यूयार्क में कपड़े उतरवाकर तलाशी लेना प्रतिबंधित नहीं है। यहीं पर देवयानी को गिरफ्तार किया गया था। (एजेंसी)
First Published: Friday, December 20, 2013, 18:17