Last Updated: Saturday, March 15, 2014, 00:14

कुआलालम्पुर : लापता मलेशियाई विमान की तलाश करने का अभियान हिंद महासागर तक विस्तृत कर दिया गया है। पिछले सप्ताह ऐसी खबरें आई थीं कि विमान शायद अंडमान द्वीप की ओर उड़ा होगा, हालांकि विमान को लेकर रहस्य बना हुआ है।
एक खबर में कहा गया था कि विमान बोइंग 777-200 मलय प्रायद्वीप को पार करते हुए अंडमान द्वीप की ओर से उड़ा होगा। एक अमेरिकी ने कहा कि इस विमान के उस इलाके से दूर जाने की संभावना है जहां फिलहाल भारत सहित 13 देशों द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
विमानन क्षेत्र के जानकारों ने इन दोनों संभावनाओं को खारिज किया है। उनका कहना है कि विमान इतनी दूरी तक बिना संपर्क के कैसे उड़ सकता है। मलेशिया ने तलाशी अभियान को हिंद महासागर तक विस्तार दे दिया। उसने अपने पड़ोसियों और भारत से रडार का डाटा मांगा है।
मलेशिया के आग्रह पर भारत भी तलाशी अभियान में शामिल हुआ है। भारत अमेरिकी नौसेना के लंबी दूरी के रडार एवं संचार क्षमताओं से युक्त पी-3सी ओरियन समुद्री निगरानी विमान के साथ मिलकर मलक्का जलडमरूमध्य के पश्चिम में अंडमान सागर में विमान की तलाश करेगा। मलेशिया के कार्यवाहक परिवहन मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने कहा कि उनके देश ने भारत तथा दूसरे पड़ोसी देशों से रडार का डाटा मांगा है ताकि विमान का पता लगाया जा सके।
अमेरिका भी विमान की तलाश में मदद कर रहा है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्नी ने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे लगता है कि कुछ नई सूचनाएं, जो जरूरी नहीं कि निर्णायक हों, उनके आधार पर तलाशी दायरे को बढ़ाकर हिंद महासागर तक किया जा सकता है।’ उन्होंने नई सूचना की प्रकृति की जानकारी नहीं देते हुए कहा, ‘हम उपयुक्त साधन तैनात करने के लिए अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से विचार-विमर्श कर रहे हैं।’
पेंटागन के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जेफरी पूल ने कहा, ‘यूएस पी-3 अंडमान सागर में मलक्का जलडमरूमध्य के पश्चिम में तलाश करेगा।’ अमेरिकी नौसेना ने शुरुआत में थाईलैंड की खाड़ी में तैनात किए गए निर्देशित प्रक्षेपास्त्र विध्वंसक का जिक्र करते हुए बताया कि यूएसएस किड अब मलक्का जलडमरूमध्य से हिंद महासागर की ओर जा रहा है।
मलेशियाई विमान गत सप्ताह कुआलालम्पुर से बीजिंग के लिए रवाना होने के एक घंटे बाद रहस्यमय तरीके से रडार स्क्रीन से गायब हो गया था। इस विमान में पांच भारतीय एवं भारतीय मूल के एक कनाडाई नागरिक समेत 227 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे।
तलाशी अभियान में दक्षिण पूर्व एशिया के 13 देशों की नौसेनाएं एवं सैन्य विमानों के लगे होने के बावजूद अभी तक विमान या उसके मलबे का कुछ पता नहीं चला है। भारत ने जेटलाइनर का पता लगाने के लिए गुरुवार को चार युद्धपोत तैनात किए। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 14, 2014, 19:15