अमेरिका की बर्बादी चाहते हैं ग्वांतेनामो के पूर्व कैदी

अमेरिका की बर्बादी चाहते हैं ग्वांतेनामो के पूर्व कैदी

वाशिंगटन : ग्वांतेनामो के पांच पूर्व कैदी अमेरिका की बर्बादी चाहते हैं। उनके मुताबिक बिना किसी मामले या सुनवाई के बगैर ही उन्हें अमेरिकी कारागार में रखा गया था और वहां उन्हें यौनशोषण, मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा था।

ये लोग तुर्की, उज्बेकिस्तान और अल्जीरिया से थे जो अब अन्य देशों में बस गए हैं। अमेरिका की एक अपीलीय अदालत में कल उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें प्रताड़ित किया गया था जिनमें यौन शोषण भी शामिल था। उन्हें पहले अफगानिस्तान में और फिर क्यूबा की सैन्य जेल में प्रताड़ित किया गया था। सुनवाई कर रहे न्यायाधीशों में से एक न्यायाधीश डेविड टटेल ने बताया कि पेंटागन के सैन्य और प्रशासनिक अधिकारी अपना कर्तव्य निभाने में असफल रहे हैं। इस मामले में उन्हें न्याय मिलने में कई सप्ताह का वक्त लगेगा।

उन्होंने कहा, ‘उनका (अधिकारियों का) कार्य कैदियों को प्रताड़ना से बचाना है लेकिन ऐसा करने में वे विफल रहे।’ इन लोगों के वकील रसेल कोहेन ने सुनवाई के दौरान कहा कि अमेरिकी सेना और जांचकर्ताओं से शुरूआती बातचीत में पता चला इन पांच लोगों (सेलिकगोगस, सेन, मर्ट, हसम और मुहम्मद) को शारीरिक, मानसिक और धार्मिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। यह सब जेल में मौजूद रक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले अधिकारियों, अमेरिकी सैनिकों द्वारा किया गया। (एजेंसी)

First Published: Saturday, February 22, 2014, 11:44

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