भारत के साथ रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाना मेरा ऐतिहासिक मिशन : शी

भारत के साथ रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाना मेरा ऐतिहासिक मिशन : शी

भारत के साथ रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाना मेरा ऐतिहासिक मिशन : शीबीजिंग : चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने स्वयं को भारत के साथ मित्रता का ‘मजबूत समर्थक’ बताते हुए आज कहा कि चीन-भारत के रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाना उनका ‘ऐतिहासिक मिशन’ है।

शी ने यहां ग्रेट हाल आफ पीपुल में आयोजित एक विशेष समारोह में चीन में भारत के नये राजदूत अशोक के कांता के परिचय पत्र स्वीकार करते हुए उनसे कहा, ‘भारत के साथ रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाना मेरा ऐतिहासिक मिशन है और मैं इसका समर्थक हूं।’ भारतीय अधिकारियों ने कहा कि शी की नये राजदूत के लिए स्पष्ट टिप्पणी चीन के नये नेतृत्व की भारत के साथ नजदीकी संबंध विकसित करने की गंभीरता को प्रदर्शित करता है क्योंकि यह वर्तमान शासन के शीषर्तम नेता की ओर से आया है।

अधिकारियों ने यहां बताया कि शी ने भारत में आम चुनाव के बाद नयी सरकार के सत्तारूढ़ होने के बाद भारत यात्रा पर जाने में रूचि दिखायी। उन्होंने कांता के साथ 15 मिनट की बैठक की। शी ने इस दौरान कांता से कहा कि चीन का नया नेतृत्व भारत के साथ नजदीकी संबंध सुधार के साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर कार्य करने का इच्छुक है।

यद्यपि शी ने 15 नये राजदूतों से परिचय पत्र प्राप्त किया लेकिन उन्होंने उनमें से कुछ के साथ ही निजी मुलाकात की, जिनमें कांता भी शामिल थे। परिचय पत्र सौंपने वाले राजदूतों में चीन में अमेरिका के राजदूत मैक्स बाउकस भी शामिल थे। (एजेंसी)

First Published: Thursday, March 20, 2014, 23:03

comments powered by Disqus